नई दिल्ली। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने पूर्व राष्ट्रपति और प्रख्यात वैज्ञानिक डॉ. अब्दुल कलाम की 5वीं पुण्य तिथि के अवसर पर प्रतियोगिता ‘डेयर टू ड्रीम 2.0’ की शुरुआत की. यह देश के अन्वेषकों (इनोवेटर्स) और स्टार्टअप्स को प्रोत्साहन देने वाली खुली चुनौती है.
मिसाइलमैन के नाम से भी चर्चित डॉ. कलाम बहुआयामी प्रतिभा के मालिक थे. उनके पास भारत की आत्म निर्भरता का विजन था, जिसे हकीकत में तब्दील करने के लिए डीआरडीओ ने ‘डेयर टू ड्रीम 2.0’ प्रतियोगिता शुरू की है, जिसमें एक विशेषज्ञ समिति द्वारा मूल्यांकन के बाद विजेताओं का चयन किया जाएगा. पुरस्कार की धनराशि के रूप में विजेता स्टार्टअप को 10 लाख रुपये और व्यक्तिगत श्रेणी में 5 लाख रुपए तक दिए जाएंगे. इसके बारे में विस्तृत जानकारी डीआरडीओ की वेबसाइट www.drdo.gov.in पर उपलब्ध होगी.