हेमंत शर्मा, इंदौर। डीआरडीओ द्वारा बनाई गई दवा डीऑक्सी डी ग्लूकोज (2-DG) का पहली बार प्रयोग इंदौर के निजी अस्पताल में एक मरीज पर किया गया. अस्पताल के एक डॉक्टर द्वारा सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी किया गया है. जिसमें उन्होंने दावा किया कि 2-DG दवा देने के एक घंटे बाद मरीज का ऑक्सीजन सेचुरेशन में सुधार आया है. डॉक्टर का जारी वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, भारतीय वैज्ञानिकों की तारीफ भी हो रही है.

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वीडियो में बताया गया कि जब मरीज को यह दवा दी गई थी तब उसका ऑक्सीजन सेचुरेशन 92 था, उन्हें 14 लीटर ऑक्सीजन दी जा रही थी और 2-DG दवा देने के 1 घंटे बाद ऑक्सीजन 10 लीटर प्रति मिनट दी गई. जिसके बाद मरीज का ऑक्सीजन सेचुरेशन 94 पर पहुंच गया.

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बता दें कि 70 साल की संतोष गोयल कोरोना संक्रमित होने के बाद महीने भर से अस्पताल में भर्ती थीं, 14 मई को उन्हें डिस्चार्ज किया गया, लेकिन ऑक्सीजन में सुधार नहीं होने के कारण 19 मई को उन्हें दोबारा भर्ती किया गया. हालांकि डीआरडीओ की लैब में तैयार 2-DG सेसे बाजार में उपलब्ध नहीं है. सीएचएल अस्पताल में भर्ती मरीज ने खुद के प्रयासों से दवा मंगवाई थी. बुजुर्ग महिला ने अपने स्वास्थ्य में बेहतर सुधार को देखकर 2-DG दवाई के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया है.

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