आशुतोष तिवारी, जगदलपुर। जगदलपुर से एक दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है, जिसने न सिर्फ शहर को हिला दिया है बल्कि मानवता पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। एक कबाड़ी संचालक के ड्राइवर ने आरोप लगाया है कि उसे फार्म हाउस ले जाकर बुरी तरह पीटा गया, घंटों तक टॉर्चर किया गया, और हद तो तब हो गई जब उसके ऊपर पेशाब कर दिया गया। पूरा मामला चौंकाने वाला है, लेकिन इसका वीडियो भी सामने आने से अब यह मामला और भी गंभीर हो गया है।
ड्राइवर का आरोप – “गलत काम करने का दबाव, मना किया तो पैसे निकाल लिए”
पीड़ित ड्राइवर खुर्शीद अहमद का कहना है कि वह भुवन कबाड़ी संस्था में ट्रक चलाने का काम करता था। उसने बताया, मुझे संचालक गलत काम मतलब तांबा-पीतल लोड करके गैरकानूनी ले जाने के लिए कहते थे। जब मैंने इनकार किया, तो मेरे अकाउंट से सारा पैसा निकाल लिया गया। तब मैं अपने गांव चला गया।
“प्यार से वापस बुलाया, फिर कार में बैठाकर फार्म हाउस ले जाकर की गई पिटाई”
कुछ दिन बाद उसे फोन कर दोबारा काम पर लौटने का आग्रह किया गया। ड्राइवर ने बताया कि उन्होंने मुझे प्यार से कहा कि सब भूल जाओ, वापस आ जाओ। जब मैं वापस आया और एक घर में रुका था, तभी दोबारा फोन कर बुलाया गया। नितिन साहू और पीयूष ठाकुर ने मुझे कार में बैठाया, सेंट्रल लॉक किया और कहा कि गाड़ी ले जाना है जिसमें तांबा-पीतल लोड है और ऊपर खड्डा रखा है। मैंने साफ मना कर दिया। बस यहीं से मेरा टॉर्चर शुरू हो गया।
ड्राइवर ने कहा मुझे फार्म हाउस ले जाया गया। वहां पहले से दो लोग मौजूद थे। फिर इन चारों ने मिलकर मुझे करीब 3 से साढ़े 3 घंटे तक मारा-पीटा। बेल्ट से मारा, घूंसे मारे, मुझे नंगा किया, और यहां तक कि मेरे ऊपर पेशाब कर दिया गया।
वीडियो कॉल पर टॉर्चर दिखाया, फिर मुझे हैदराबाद लेकर भागे
पीड़ित खुर्शीद ने बताया कि हमलावरों ने एक लड़के को वीडियो कॉल कर यह प्रताड़ना लाइव दिखाई। मेरे गांव के एक लड़के को वीडियो कॉल कर मारा जाना दिखाया गया। वह लड़का समझदारी दिखाते हुए उस कॉल को रिकॉर्ड कर लिया और बोधघाट थाना में जाकर शिकायत दर्ज की। जब उन्हें इसकी जानकारी मिली, तो वे मुझे लेकर तेलंगाना भाग गए। हैदराबाद के पहले ही एक जगह गाड़ी रोककर फिर मारा और चाकू दिखाकर धमकाया कि अब तू जैसा हम बोलेंगे वैसा बोलेगा।
बोधघाट थाना से कॉल आया, तो जैसे-जैसे कहा गया वैसे-वैसे बोलना पड़ा
पीड़ित खुर्शीद ने आगे बताया कि टीआई साहब का जब फोन आया, तो मेरे साथ के लोग ही बता रहे थे कि क्या बोलना है। मैं डर के मारे वही बोलता रहा। कोई और कॉल करता तो फिर से वही स्क्रिप्ट बोलना पड़ता था।
जंगल में छोड़ा, किसी तरह गांव पहुंचा, अस्पताल में भर्ती हुआ
इसके बाद मुझे जंगल में ले जाकर छोड़ दिया गया। वहां से पैदल-पैदल एक दुकान तक पहुंचा, जहां मोबाइल चार्ज कर गांव में एक जान-पहचान वाले ड्राइवर को फोन किया। उसकी मदद से गांव पहुंचा और अस्पताल में भर्ती हुआ। इलाज के बाद ठीक होकर खुर्शीद ने बोधघाट थाना में एफआईआर दर्ज करवाने पहुंचा है। उनका कहना है कि अब भी उसे उन लोगों से जान का खतरा है। वे रास्तेभर कहते रहे कि तुझे मारने का ही प्लान था, बात लीक हो गई, नहीं तो मार देते।
वीडियो फुटेज में भी दिखी प्रताड़ना की झलक
इस मामले से जुड़े वीडियो फुटेज भी सामने आए हैं। एक वीडियो में साफ दिखता है कि एक युवक सिगरेट मुंह में दबाकर बेल्ट से मारते हुए डांस कर रहा है और ड्राइवर को भी डांस करने के लिए मजबूर कर रहा है। ड्राइवर हाथ जोड़कर गिड़गिड़ा रहा है लेकिन उस पर कोई रहम नहीं किया गया। दूसरे वीडियो में ड्राइवर खुर्शीद अहमद की पत्नी उसे वीडियो कॉल करती हैं और विनती करती हैं मेरे पति को छोड़ दो, वो वापस आ जाएंगे। लेकिन उस दौरान खुर्शीद खुद सब कुछ ठीक है कह रहा था क्योंकि वह पहले ही भय और प्रताड़ना की हालत में था।
देखें VIDEO
खुर्शीद अहमद का एक ही निवेदन है — मुझे इंसाफ चाहिए। मैं अब भी डरा हुआ हूं कि कहीं वे मुझे जान से ना मार दें।
पुलिस जांच में जुटी, दोषियों पर कार्रवाई की बात
इस पूरे मामले में बोधघाट पुलिस ने आवेदन मिलने की पुष्टि की है और जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि साक्ष्य के आधार पर आरोपियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।
सवाल यह भी कि ऐसे युवकों को इतनी हिम्मत कहां से मिल रही है?
अब सवाल यह उठता है कि शहर में ऐसे युवकों के हौसले इतने बुलंद कैसे हो गए कि वे किसी को भी अगवा कर घंटों टॉर्चर कर सकें, वीडियो कॉल पर यह सब दिखा सकें और फिर पीड़ित को जंगल में छोड़ दें? क्या इन्हें किसी संरक्षण का भरोसा है या कानून का डर खत्म हो गया है?
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