प्रतीक चौहान. रायपुर. रायपुर रेल मंडल के डीआरएम श्याम सुंदर गुप्ता का अब टेन्योर पूरा होना वाला है, जल्द उनका रेल मंडल से ट्रांसफर संभव है. लेकिन पिछले दो अब रायपुर रेल मंडल की हालत ये हो गई है कि रेलवे के पास यहां लिफ्ट का मेंटेनेंस देने के भी पैसे नहीं बचे है और यही कारण है कि एजेंसी ने लिफ्ट पिछले करीब 10 दिनों से बंद कर दी है.
लल्लूराम डॉट कॉम को यात्रियों से जानकारी मिली कि रेलवे स्टेशन के तीनों लिफ्ट (प्लेटफार्म नंबर 1, 2-3 और 5-6) में मौजूद बंद पड़ी हुई है. सूत्रों के मुताबिक लिफ्ट का मेनटेनेंस न दिए जाने के कारण उक्त कंपनी ने अपनी सेवाएं रोक दी है. जिसके बाद अब रेल मंडल के अधिकारी नए कोटेशन जारी कर नए कंपनी की तलाश में है जो लिफ्ट का मेनटेनेंस कर सके.
लेकिन सवाल ये है कि रेल अधिकारियों की गलती का खामियाजा आखिरकार वो बुजुर्ग यात्री क्यों भोगे, जिसके कारण उन्हें सीढ़ियों से चलकर ही दूसरे प्लेटफार्म में जाना पड़ रहा है.
वहीं सवाल ये भी हैं कि क्या उक्त फर्म के खिलाफ कोई कार्रवाई की जाएगी, जिसने रायपुर रेलवे स्टेशन में लिफ्ट की सेवाएं बंद कर दी है ?
बता दें कि रायपुर रेलवे स्टेशन को देश के 75 ए-1 स्टेशनों में से एक का दर्जा प्राप्त है. ऐसे में यहां कि लिफ्ट मेनटेनेंस के शुल्क न देने के कारण बंद कर दी गई है तो इससे रायपुर रेल मंडल की हालत का अंदाजा लगाया जा सकता है.