चंडीगड़. बीएसएफ ने भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास बीते दिसंबर में एक ड्रोन को मार गिराया था. अब जांच में बीएसएफ ने ड्रोन का चीन-पाकिस्तान कनेक्शन खोज निकाला है. यह खुलासा ड्रोन की फॉरेंसिक जांच में हुआ है. जांच के दौरान पता चला है कि ड्रोन को पाकिस्तान में उड़ाने से पहले चीन में उड़ाया गया था.

बीएसएफ से मिली जानकारी के मुताबिक नशे और हथियारों की तस्करी में ड्रोन का गलत रूप से प्रयोग किया जा रहा है. इस संबंध में बीएसएफ ने अमृतसर जिले में केस भी दर्ज किया है. वहीं, सीमा पार से आने वाले ड्रोन को रोकने के लिए बीएसएफ पूरी मुस्तैदी के साथ काम कर रही है. पिछले वर्ष बीएसफ ने 22 ड्रोन को मार भी गिराया था. बल ने 25 दिसंबर, 2022 को अमृतसर जिले में राजाताल सीमा के पास जिस ड्रोन को मार गिराया था, उसकी फॉरेंसिक जांच में सामने आया है कि इस ड्रोन ने 11 जून, 2022 को चीन के शंघाई में उड़ान भरी थी. इसके बाद 11 सितंबर से 25 दिसंबर 2022 तक ड्रोन ने पाकिस्तान के खानेवाल जिले से 28 बार उड़ान भरी थी.

सबसे ज्यादा ड्रोन पंजाब उड़ते पाए गए

पंजाब, जम्मू, राजस्थान और गुजरात से लगती 2289 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर कई बार ड्रोनों को देखा जाता रहा है. साल 2020 में 77, 2021 में 104 और 2022 में 377 बार ड्रोन को सीमा पर देखा गया. इनमें से अब तक 75 फीसदी ड्रोन पंजाब में देखे गए. इनका इस्तेमाल नशे और हथियारों की तस्करी में किया जाता रहा है.