गरियाबंद। वैसे तो शिक्षकों से अच्छे आचरण की उम्मीद की जाती है और उम्मीद ये भी की जाती है कि वे बच्चों को अच्छी शिक्षा दे, लेकिन गरियाबंद जिले के एक स्कूल में इसके विपरीत देखने को मिला. यहां एक शिक्षक अक्सर नशे की हालत में देखा गया. जिसकी शिकायत ग्रामीणों द्वारा उच्च अधिकारियों को की गई थी. जांच में शिक्षक के खिलाफ आरोप सही पाए जाने के बाद निलंबित कर दिया गया.
मामला देवभोग विकासखंड के टीपपारा प्राथमिक शाला का है. शाला के शिक्षक टेकधर कश्यप पर लंबे समय से कई आरोप पालकों और ग्रामीणों द्वारा लगाए जा रहे थे. जिसमें अक्सर नशे की हालत में रहना, शाला से अनुपस्थित रहना और शासकीय मद का दुरुपयोग करना जैसे गंभीर मामले शामिल थे.
ग्रामीणों की शिकायत पर जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा जांच दल गठित कर जांच कराई गई. जांच में शिक्षक पर लगे आरोप सही पाए गए. इसके बाद शिक्षक टेकधर कश्यप को निलंबित कर दिया गया. निलंबन अवधि में उनको देवभोग बीईओ कार्यालय में अटैच किया गया है.
मिली जानकारी के अनुसार शिक्षक टेकधर कश्यप के खिलाफ इससे पहले भी शिकायत हुई थी और उस समय भी शिक्षक नशे की हालत में पाया गया था. उस दौरान शिक्षक द्वारा दोबारा ऐसी गलती नहीं करने का एफिडेविट दिया गया था. जिस पर शिक्षक के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई थी. लेकिन उसके बावजूद भी उनके आचरण में कोई सुधार नहीं हुआ.