मोतीहारी‌। शहर में एक ऐसी घटना सामने आई है जिसने न सिर्फ पुलिस महकमे की साख पर सवाल खड़े कर दिए, बल्कि आम लोगों के भरोसे को भी भीतर तक हिला दिया। अपराधियों को पकड़ने की जिम्मेदारी जिन कंधों पर थी, उसी वर्दी ने चोरी कर पुलिस की गरिमा को शर्मसार कर दिया।
उत्तर प्रदेश के एक स्वर्ण कारोबारी से 19 लाख रुपये की लूट के बाद पुलिस की संयुक्त टीम मास्टरमाइंड की तलाश में मुजफ्फरपुर के साहेबगंज थाना इलाके में पहुंची। अरेराज डीएसपी के नेतृत्व में हुई इस छापेमारी में 15 लाख रुपये और धातु के 10 बिस्किट बरामद किए गए। सफलता करीब थी, लेकिन इसी दौरान कुछ पुलिसकर्मियों ने मौके का गलत फायदा उठा लिया।

वर्दी ने ही लूट लिया भरोसा

बरामद कैश को सील करने के दौरान अरेराज डीएसपी के बॉडीगार्ड ओमप्रकाश और संतोष कुमार, साथ ही संग्रामपुर थाना के सिपाही कृष्णा कुमार और गौतम कुमार ने तीन लाख रुपये गायब कर दिए। जब कैश में कमी दिखी, तो अधिकारियों को शक हुआ। पूछताछ में चारों सिपाहियों ने चोरी की बात कबूल कर ली।

गिरफ्तारी और आगे की कार्रवाई

साहेबगंज थाना पुलिस ने चारों दोषी सिपाहियों को हिरासत में लेकर 3 लाख रुपये बरामद कर लिए। इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हो चुकी है और विभागीय कार्रवाई भी शुरू होने वाली है।

लोगों का टूटा भरोसा

हाल के दिनों में पुलिस ने कई बड़ी सफलताएं हासिल की थीं लेकिन इस घटना ने विश्वास को गहरी चोट पहुंचाई है। सवाल यह भी है कि जब छापेमारी टीम के भरोसेमंद सदस्य ही अपराध में शामिल पाए जाएं, तो आम जनता सुरक्षा किससे मांगे? मोतीहारी के पुलिस अधिकारियों का कहना है कि ऐसी घटनाएं भविष्य में दोबारा न हों इसके लिए सख्त सुधार और निगरानी जरूरी है। फिलहाल चारों सिपाही जेल भेजे जा चुके हैं और जांच जारी है।