पटना। बिहार की राजनीति में शनिवार को उस वक्त हलचल तेज हो गई जब डिप्टी सीएम रह चुके और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव पर दो वोटर आईडी रखने का नीतीश के मंत्री ने गंभीर आरोप लगा। दस्तावेजों के अनुसार वर्ष 2015 से 2025 तक उन्होंने EPIC नंबर RAB0456228 के तहत दीघा विधानसभा से चुनाव लड़ा और मतदान किया जबकि हालिया प्रकाशित मतदाता सूची में एक नया EPIC नंबर RAB2916120 सामने आया है।
सोशल मीडिया में जानकारी दी
डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने सोशल मीडिया में जानकारी देते हुए लिखा कि तेजस्वी यादव का नाम पिछले एक दशक से दीघा विधानसभा क्षेत्र की मतदाता सूची में दर्ज रहा है। चुनाव आयोग की आधिकारिक सूचियों के मुताबिक
2015 विधानसभा चुनाव: बूथ नंबर 150, सीरियल नंबर 605
2020 विधानसभा चुनाव: बूथ नंबर 160, सीरियल नंबर 511
2021 की सूची (15 फरवरी): बूथ नंबर 171, सीरियल नंबर 489
2025 की सूची (7 जनवरी): बूथ नंबर 171, सीरियल नंबर 481
2025 विशेष गहन पुनरीक्षण सूची (1 अगस्त): बूथ नंबर 204, सीरियल नंबर 416
इन सभी सूचियों में तेजस्वी यादव का EPIC नंबर RAB0456228 ही दर्ज है, लेकिन अब एक और EPIC नंबर RAB2916120 सामने आने से राजनीतिक हलकों में खलबली मच गई है।
तथ्यों ने स्थिति को पलट दिया
प्रेस कांफ्रेंस कर तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए, लेकिन इसके तुरंत बाद सामने आए तथ्यों ने स्थिति को पलट दिया। अब सवाल यह उठ रहा है कि क्या तेजस्वी यादव ने दो वोटर कार्ड बनवाए हैं? और यदि हां, तो क्या इसी तरह पार्टी के अन्य नेताओं और कार्यकर्ताओं के पास भी दो-दो मतदाता कार्ड हैं?
मांग उठी जांच की
इस पूरे मामले को लेकर डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने चुनाव आयोग से कड़ी जांच की मांग की है। उनका कहना है कि यह सिर्फ तकनीकी गड़बड़ी नहीं, बल्कि एक सुनियोजित चुनावी घोटाला हो सकता है, जिसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
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