यूएई के उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और दुबई के शासक शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम ने ट्वीट कर ये जानकारी दी। इस फैसले के मुताबिक, जिन पेशेवरों को इस वीजा का लाभ मिलेगा उनमें पीएचडी डिग्रीधारक, डाक्टर्स, इंजीनियर और विश्वविद्यालयों के कुछ खास स्ट्रीम में ग्रेजुएट शामिल हैं। गौरतलब है कि यूएई की सरकार प्रतिभाशाली लोगों को खाड़ी देश में बसाने और राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान के लिए बेहद खास गोल्डन वीजा जारी करती है। दुबई के शासक शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम ने ट्वीट कर कहा, ‘हमने प्रवासियों के लिए 10 वर्षीय गोल्डेन वीजा जारी करने के फैसले को मंजूरी दी है।’
दरअसल, संयुक्त अरब अमीरात के इस कदम से भारतीयों को भी लाभ होगा। बड़ी संख्या में भारतीय विशेषज्ञ यूएई की इस पालिसी का लाभ ले सकेंगे। इसका लाभ सभी पीएचडी डिग्रीधारक, डॉक्टर, कंप्यूटर इंजीनियर, इलेक्ट्रॉनिक्स, प्रोग्रामिंग, बिजली और जैव प्रौद्योगिकी से जुड़े पेशेवर उठा पाएंगे। इस वीजा का लाभ यूएई द्वारा मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालयों के उन ग्रेजुएट को भी मिलेगा जिनका जीपीए 3.8 या उससे ज्यादा हो। यह वीजा विशेष डिग्रीधारकों को भी दिया जाएगा जिनके पास आर्टिकल इंटेलिजेंस और कुछ विशेष क्षेत्रों की विशेषज्ञता हो।