रायपुर। डीजल के दामों में अप्रत्याशित वृद्धि होने के कारण सीमेंट परिवहन के भाड़ा दर में वृद्धि को लेकर ट्रांसपोर्टर और सीमेंट निर्माताओं-एजेंसियों के बीच गतिरोध पैदा होने से सीमेंट परिवहन बंद है. इससे सीमेंट की उपलब्धता में परेशानी के साथ-साथ दरों में भी वृद्धि हुई है.
ट्रांसपोर्टर्स के हड़ताल पर जाने से सीमेंट की सप्लाई बंद होने से रायपुर में 240 रुपए सीमेंट की बोरी 300 रुपए या ज्यादा में बिक रही है. वहीं जिनके पास पुराना स्टॉक है, वे मनमानी मुंहमांगी कीमत मांग रहे हैं. इससे आम लोगों से लेकर कंस्ट्रक्शन का काम ठप पड़ गया है. यहां तक सरकारी और निजी निर्माण कार्य बंद हो गया है.
समझौता करने को कोई राजी नहीं
राज्य के ट्रांसपोर्ट एसोशिएसन द्वारा 40 प्रतिशत वृद्धि की मांग की गई है. जिसके परिपेक्ष्य में रायपुर कलेक्टर द्वारा ट्रांसपोटर्स के साथ बैठक आहूत की गई थी. बैठक में ट्रांसपोटर्स माल भाड़ा दरों में 25 प्रतिशत तक वृद्धि करने हेतु प्रस्ताव दिया गया, लेकिन सीमेंट निर्माताओं और सीमेंट एजेंसियों द्वारा 5 प्रतिशत तक भाड़े में वृद्धि किये जाने हेतु सहमति दी गई. दर में समझौता नहीं हो पाने की वजह से ट्रांसपोर्टर ने सीमेंट परिवहन बंद रखा हुआ है.
सीमेंट प्लांट से उठाव ठप
ट्रक वालों की हड़ताल की वजह से अंबुजा सीमेंट, नोवोको लाफार्ज सीमेंट, इमामी सीमेंट, श्री सीमेंट बलौदाबाजार, ग्रासिम सीमेंट रावन, अल्ट्राटेक सीमेंट हिरमी, सेंचुरी सीमेंट तिल्दा-नेवरा, जेके लक्ष्मी सीमेंट अहिवारा दुर्ग, एसीसी सीमेंट जामुल दुर्ग से सीमेंट की सप्लाई नहीं हो पा रही है. ट्रक एसोसिएशन के इंकार के कारण इन प्लांट्स से 26 फरवरी से सीमेंट की लोडिंग-अनलोडिंग बंद है.
मजदूरों की बढ़ गई परेशानी
सीमेंट परिवहन ठप होने की वजह से दिहाड़ी मजदूरों के अलावा सीमेंट परिवहन में लगे लोगों की परेशानी बढ़ गई है. सीमेंट निर्माता और ट्रांसपोर्टर के बीच में कोई राह नहीं निकलने से इन लोगों के सामने रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है. अगर जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं निकला तो इन मजदूरों के सामने बड़ा संकट पैदा हो जाएगा.