शशि देवांगन, राजनांदगांव. जिले के डोंगरगांव थाना क्षेत्र के ग्राम तिलाईरवार के आंगनबाड़ी केंद्र क्रमांक 2 में दोपहर अमृत दूध पीने से 9 नौनिहालों की तबीयत बिगड़ गई. बच्चों की तबीयत खराब होने से गांव में अफरा तफरी मच गई. जिसके बाद 108 की मदद से सभी बच्चों को जिला मेडिकल अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया, जहां 9 बच्चों में से तीन की हालत गंभीर बनी हुई है.

वहीं खबर मिलने पर डोंगरगांव ओर राजनांदगांव के एसडीएम जिला मेडिकल अस्पताल पहुंचकर बीमार बच्चों के स्वास्थ्य का जायजा लेकर लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों पर कार्रवाई करने की बात कही है.

दरअसल ग्राम तिलाईरवार के आंगनबाड़ी केंद्र क्रंमाक 2 में दर्ज संख्या 20 है. शनिवार को कुल 10 नौनिहाल बच्चे आंगनबाड़ी पहुंचे, लेकिन वहां साहियका और कार्यकर्ता ने सभी बच्चों को दोपहर में अमृत दूध पीलाई, जिसके बाद बच्चे 2 वर्षीय चांद. 6 वर्षीय हिना, 4 वर्षीय मयंक, 3 वर्षीय पाली, 5 वर्षीय जागृति, 7 वर्षीय रागनी सहित 10 बच्चों को लगातार उल्टी होने लगी. जिसके बाद गांव में अफर तफरी का माहौल बन गया.

परिजन आनन-फानन में बच्चों को 108 की मदद से जिला मेडिकल अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां बच्चों का इलाज चल रहा है. वहीं 9 में से 3 बच्चे ही हालत गंभीर बनी हुई है. वहीं बच्चों को दूध पीने के कारण उल्टी की सूचना पर आंगनबाड़ी सुपरवाईजर और डोंगरगांव एसडीएम अस्पताल पहुंचकर बीमार बच्चों का हाल चाल जाना, लेकिन बच्चों के परिजन बहुत घबराए और डरे हुए हैं.

इस मामले पर एसडीएम पुष्पेद्र का कहना है कि अमृत दूध पीने से 9 बच्चे बीमार हुए हैं और वह किस कारण बीमार हुए हैं यह रिपोर्ट आने के बाद संबंधित कर्चचारी पर कार्रवाई की जाएगी.