बीडी शर्मा, दमोह। अपनी कारगुजारियों के लिए विख्यात जिला अस्पताल दमोह में फिर से मानवता शर्मसार हुई है। यहां पर 2 दिन से एक बीमार व्यक्ति अस्पताल परिसर में ही पड़ा रहा और उसे इलाज नहीं मिला। यहां तक कि शरीर में कीड़े भी लग गए थे ना तो अस्पताल प्रबंधन ने इस ओर ध्यान दिया और ना ही उसे इलाज मुहैया कराया। आखिरकार इस वृद्ध ने बिना इलाज के आज दम तोड़ दिया। मौत के बाद आवारा जानवर उसके शव के साथ छेड़छाड़ करते रहें लेकिन कोई कर्मचारी तक देखने नहीं आया।
मौत के काफी देर बाद अस्पताल का कर्मचारी मवेशियों को भगाने का प्रयास करता नजर आया। लेकिन वृद्ध की मौत के घंटों बाद भी ना तो शव को ढका गया और ना ही उसे शव गृह में रखवाया गया।
सिविल सर्जन बोली- र्मचारी आएंगे, तब शव को शव गृह में रखवा दिया जाएगा
इस संबंध में दमोह जिला अस्पताल (Damoh District Hospital) की सिविल सर्जन डॉक्टर ममता तिमोरी अपनी सफाई देते नजर आई। उनका कहना था कि उन्होंने नगर पालिका सीएमओ को सूचना दे दी है। जब कर्मचारी आएंगे, तब शव को शव गृह में रखवा दिया जाएगा। वहीं उनका यह भी कहना था कि इस वृद्ध को इलाज के लिए मैंने पुलिस पुलिस को बोल दिया था, लेकिन पुलिस ने उसे अस्पताल में भर्ती नहीं करवाया। कुल मिलाकर सिविल सर्जन सारा ठीकरा पुलिस के ऊपर फोड़ती नजर आई।
सिविल सर्जन ममता तिमोरी हर बात का ठीकरा पुलिस पर फोड़ी
वहीं वृद्ध को इलाज ना दिए जाने को लेकर कहना था कि उन्होंने 1 दिन पहले वृद्ध को देखा था। पुलिस को सूचना दी थी कि वे इसे अस्पताल में भर्ती करवा दें, लेकिन पुलिस ने वृद्ध को अस्पताल में भर्ती नहीं करवाया। कुल मिलाकर सिविल सर्जन डॉक्टर ममता तिमोरी पुलिस पर ही पूरा ठीकरा फोड़ती नजर आई। एक वृद्ध की इलाज के अभाव में मौत हो गई और उसके बाद भी उसे घंटों तक कफन के रूप में चादर भी नसीब नहीं हुई। इस तरह मानवता शर्मसार होते हुए देखने के बाद अस्पताल प्रबंधन अपनी जिम्मेदारी से बचता नजर आया