रायपुर। लॉक डाऊन में फंसे छत्तीसगढ़ के मजदूरों के घर वापसी पर राजनीति कर रही भाजपा को कांग्रेस ने तीखा जवाब दिया. प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि छत्तीसगढ़ भाजपा के नेता मजदूरों के नाम से घड़ियाली आंसू ना बहाये. घर पहुंच चुके मजदूरों से झूठी हमदर्दी ना जताये. भाजपा के नेता तब कहा थे जब मोदी सरकार के द्वारा अचानक किये गये लॉकडाउन और बस ट्रेन के बंद होने से छत्तीसगढ़ सहित देशभर के मजदूर दूसरे राज्यों के संक्रमित एरिया में 2 माह तक फंसे रहे. मजदूरों ने लाकडाउन में भूख, प्यास, रोजी-रोटी का नुकसान क्या-क्या नही झेला. भूख से व्याकुल थे परिवार की सुरक्षा को लेकर चिंतित थे. मजदूरों के बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं को समय पर दूध और दवाइयां नहीं मिल रही थी. देशभर में कई जगहों पर मजदूरों को काम करने के बाद प्रबंधन और नियजकों द्वारा पैसा नहीं दिया गया.

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मोदी सरकार के कुप्रबंधन और गलत फैसलों के कारण ही छत्तीसगढ़ सहित देशभर के मजदूरो को अमानवीय कष्ट झेलना पड़ा. देश ने मोदी भाजपा की मजदूरों के प्रति असवेदनशीलता की पराकोष्ठा देखी है. मोदी भाजपा सरकार ने जितनी चिंता विदेशों में फंसे भारतीयों की थी अगर उतनी चिंता देश के भीतर फंसे कामगारों श्रमिकों पर्यटन यात्रियों और छात्रों की होती तो लॉकडाऊन वन में ही सभी अपने घर पहुंच जाते और कोरोना महामारी संक्रमण की चपेट में नहीं आते, ना ही भुखमरी बेबसी लाचारी का शिकार होते. मजदूरों को सड़कों रेल पटरियों में पैदल नही भटकना पड़ता. मजदूर दुर्घटना के शिकार नही होते. घर वापसी के प्रयास में दुर्घटना में मारे गये मजदूरों की मौत के लिए भी मोदी भाजपा की सरकार ही जिम्मेदार और दोषी है. दुर्घटना में मारे गये मजदूरों के परिवार की हाय बददुआ से भाजपा बच नही सकती.

धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार की दूरदर्शिता है जो कोरोना महामारी संकट को भांपते हुए राज्य के नागरिकों की सुरक्षा के लिए सभी सार्वजनिक कार्यक्रम को तत्काल बैन किये होली मिलन के आयोजनों से दूरी बनाई. रहें राज्य के नागरिकों को सुरक्षित रहने की अपील जनजागरण किया. राज्य में कड़ाई से कदम उठाते हुये लॉक डाऊन घोषित किये. देश में सबसे पहले स्कूल, कालेज बंद कर छात्रों को संक्रमण से बचाया. वही मोदी सरकार जानबूझकर कोरोना महामारी संकट को नजरअंदाज करती रही है अपने विदेशी मित्र की खातिरदारी में नमस्ते ट्रम्प करने भीड़ जुटाने में जुटे रहे है. पूंजीवादी समर्थक भाजपा नहीं चाहती थी लॉकडाउन में दूसरे राज्यों में फंसे देशभर के मजदूर अपने माटी अपने घर वापस लौटे सके.

कई बार भाजपा के नेता,मजदूरों के घर वापसी से अर्थव्यवस्था बिगड़ने  की बातें सार्वजनिक से रूप से कह चुके हैं. सड़कों पर भटकते मजदूरों को छुट्टी बिताने घर जाने जैसे तंज कस चुके हैं. भाजपा नेताओं का रवैया हमेशा मजदूरों के साथ दुर्व्यवहार वाला देश ने देखा है. भाजपा के द्वारा षड्यंत्र कर मजदूरों के घर वापसी पर अड़ंगा लगाया जा रहा था, अब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार के प्रयासों से दूसरे राज्य में फंसे छत्तीसगढ़ के मजदूर अपने घर पहुंच चुके हैं.ऐसे में भाजपा आपदा में राजनीति की अवसर तलाश रहीं है और मजदूरों के नाम से घड़ियाली आंसू बहा रही है. हकीकत में भाजपा किसान मजदूर गरीब विरोधी है.