लखनऊ। इस देश ने जय जवान, जय किसान के नारा दिए, लेकिन किसान हाशिये पर रहा, लेकिन मोदी जी की नीतियों के कारण ही किसान मुख्य धारा में शामिल हुआ. अगर पिछले 6 वर्षों की हुई प्रगति 70 वर्षों में हुई होती तो मोदी जी को ये लक्ष्य न करना पड़ता कि 2022 तक किसान की आय दोगुनी करनी होगी. किसान अब आत्महत्या नही, आमदनी को लेकर तेज़ी से बढ़ रहा है. यह बात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसान कल्याण मिशन का शुभारंभ करते हुए कही.
सरोजनी नगर में आयोजित कार्यक्रम में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में किसान कल्याण मिशन योजना की शुरुआत करते हुए मुझे प्रसन्नता हो रही है,सबको शुभकामनाएं. आप देख रहे होंगे कि किसान इस देश के राजनीतिक एजेंडे में शामिल हो पाया है. शासन की नीतियों का क्रियान्वयन होते हुए किसान भाइयों ने देखा है. नहीं तो केवल वोट पर राजनीति का मोहरा होता था.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कारण किसान मुख्य धारा में शामिल हुआ यही वजह है कि पीएम फसल बीमा योजना के माध्यम से कोई भी किसान लाभ ले सकता है, पीएम कृषि सिंचाई योजना के माध्यम से हर खेत,फसल को पानी मिल रहा है. स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट भी मोदी जी की देन है, पीएम किसान सम्मान निधि के माध्यम से किसान को 6 हजार सालाना मिल रहा है.
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2017 में हमारी सरकार बनने पर पहला कैबिनेट निर्णय ही किसान ऋणों को माफ करने का था. इस कार्य को जलशक्ति विभाग ने भी आगे बढ़ाया है. किसानों के लिए बड़े बड़े कार्यक्रम तेज़ी से चल रहे हैं. किसान को खेती, पशुपालन, कृषि सम्बन्धी शासन की योजनाओं से अवगत कराना लक्ष्य है. किसान कल्याण केंद्र किसानों को एक ही स्थान पर सारी सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए ही चल रहे हैं. जब हमारा अन्नदाता खुशहाल होगा, देश अपने आप खुशहाल हो जाएगा.
उन्होंने कहा कि याद रखना होगा, जब देश तेज़ी से प्रगति की ओर बढ़ रहा है तो कई लोगों को ये अच्छा नहीं लग रहा. पहली बार ये हुआ जब खुरपका, मुंहपका आदि रोगों के लिए भी टीकाकरण कार्यक्रम चलाया जा रहा है. दुधारू पशुओं के दुग्ध कार्यक्रम 70 वर्षों से आज रफ्तार पर हैं. आज बता रहा हूँ हमारे प्रदेश के 2 करोड़ 35 लाख किसान पीएम कृषि सम्मान योजना से लाभान्वित हो रहे हैं, इतनी तो किसी राज्य की जनसंख्या ही नही होती. बुंदेलखंड की महिला स्वयंसेवी समूह का दुग्ध उत्पादन समिति का टर्नओवर ही 2 करोड़ सालाना हो रहा है. ये कार्यक्रम यहां सरोजिनी नगर में भी लागू होना चाहिए.
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर हम ग्राम पँचायत स्तर पर ही गोदाम बना दें तो आसानी से फसलों को समय पर बाजार पहुंच सकते हैं. कम पानी मे बेहतर खेती के उद्देश्य के लिए भी इस कार्यक्रम के तहत आगे बढ़ेंगे. आज ये कार्यक्रम पूरे प्रदेश पर हो रहा है, मुझे खुशी है. प्रधानमंत्री के उद्देश्य खुशहाल अन्नदाता के लक्ष्य की ओर बढ़ेंगे. बिना किसी गुमराह करने वाले तत्व पर ध्यान देते हुए एक भारत, श्रेष्ठ भारत की लक्ष्य की ओर बढ़ना है.