वैदिक ज्योतिष के अनुसार ग्रहों की चाल का मनुष्य के जीवन पर बड़ा गहरा प्रभाव पड़ता है. खासतौर पर जब शनि देव से संबंधित कोई भी परिवर्तन होता है तो उसका पृथ्वी पर और यहां रहने वाले लोगों पर विशेष प्रभाव पड़ता है. 4 नवंबर को कुंभ राशि में शनि देव वक्र गति से मार्गी हो गए. कुंभ राशि शनिदेव की मूल त्रिकोण राशि है, इस राशि में शनिदेव सबसे ज्यादा मजबूत होते हैं और अब शनिदेव इसी राशि में सीधी चाल चलने वाले हैं.

मकर और कुंभ राशि के स्वामी शनिदेव 30 साल बाद अपनी मूल त्रिकोण राशि में गोचर कर रहे हैं और अब शनिदेव इस राशि में अपना वक्रत्व त्याग कर मार्गी अवस्था में पूरे संवत संचार करेंगे. शनि की मार्गी यानी सीधी चाल कुछ राशियों के लिए बहुत शुभ मानी जा रही है. Read More – Bigg Boss 17 : Isha Malviya और Samarth Jurel ने घर में की हदें पार, वायरल हो रहा Video …

कुछ राशियों पर से शनिदेव की साढ़ेसाती और ढैय्या का कष्टकारी चरण खत्म हो गया है. अब इन राशियों को किस्मत का साथ मिलेगा. साथ ही इनकी धन- दौलत में बढ़ोतरी होगी. वैदिक ज्योतिष मुताबिक शनि देव के कुंभ राशि में मार्गी होने से कर्क और वृश्चिक राशि के जातकों पर ढैय्या का कष्टमय प्रभाव खत्म हो गया है. Read More – 35 साल के हुए Virat Kohli : क्रिकेट के हर फॉर्मेट में खूब चला विराट का बल्ला, ये हैं उनके 35 खास रिकॉर्ड …

शनि देव के मार्गी होने से मीन राशि के लोगों पर साढ़ेसाती का कष्टमय समय समाप्त हो गया है. इसलिए शनि देव के मार्गी होने से मीन, कुंभ और मकर राशि के जातकों को मानकिस सुकून मिलना शुरू हो जाएगा.