शिवा यादव, सुकमा- नक्सलगढ़ से आई ये तस्वीरें आपके होश फाख्ता कर देगी. दरअसल सर्चिंग के दौरान जंगलों का चप्पा-चप्पा छानने वाले जवानों को टारगेट बनाने के लिए नक्सलियों ने नई तरकीब ढूंढी थी. जवानों को भटाकर बड़ा नुकसान करने के इरादे से नक्सलियों ने अपना डमी बनाकर पेड़ों में लटका दिया था. अपनी इस डमी में नक्सलियों ने आईईडी भी छिपा दिया था. मकसद साफ था कि डमी के घेरे में आकर जवानों को हताहत किया जा सके, लेकिन नक्सलियों की इस रणनीति को जवानों की मुस्तैदी से ध्वस्त कर दिया. सीआरपीएफ के जवानों ने सतर्कता बरतते हुए आईईडी डिफ्यूज कर डमी नक्सलियों को नष्ट कर दिया. इसकी पुष्टि सीआरपीएफ 150 वाहिनी के कमांडेंट धर्मेंद्र सिंह ने की है.

 

सीआरपीएफ के जवान चिंतागुफा और तेमेलवाड़ा के जंगलों में नक्सलियों द्वारा आईईडी लगाए जाने की सूचना पर सर्चिंग के लिए निकले थे. मौके पर पहुंचने पर जवानों को डमी नक्सली और लकड़ी के हथियार दिखे. दरअसल नक्सलियों ने जवानों को ट्रैप करने के लिए तीन डमी नक्सलियों के पुतले लगा रखे थे. इसके साथ ही इन डमी नक्सलियों को लकड़ी के हथियार थमा दिए थे. पुलिस को चकमा देने के लिए इसे झाड़ियों में छिपा दिया था. सीआरपीएफ के 150 वाहिनी के जवानों ने सूझबूझ से नक्सलियों के पुतले को पहचाना और नक्सलियों के ट्रैप में फंसने से बच गए. सीआरपीएफ के जवानों ने सूझबूझ दिखाई जिसकी वजह से एक बड़ा हादसा टल गया .