दुर्ग. दुर्ग पुलिस रेंज में सबसे ज्यादा शिकायतें उसी जिले की है, जहां स्वयं आईजी बैठते हैं. दुर्ग जिला पुलिस के पास 565 शिकायतें लंबित हैं, वहीं राजनांदगांव में 49, बालोद में 37, बेमेतरा में 22 और कबीरधाम में 19 हैं. इस प्रकार पूरे दुर्ग रेंज स्तर पर 692 शिकायतें लंबित हैं.
इस बात का खुलासा शनिवार को दुर्ग रेंज आईजी जीपी सिंह के लंबित शिकायतों की समीक्षा के दौरान हुआ. दुर्ग आईजी कार्यालय में हुई बैठक में संभाग के सभी जिलों से शिकायत संबंधी कार्यों का पर्यवेक्षण करने वाले राजपत्रित अधिकारीगण लंबित शिकायतों की सूची लेकर उपस्थित हुए थे. आईजी सिंह ने सभी पांचों जिलों में लंबित शिकायतों की पृथक-पृथक समीक्षा की.
आईजी सिंह ने जिला स्तर पर शिकायतों के निराकरण में बरती जा रही शिथिलता को गंभीरता से लेते हुए उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित किया कि पर्यवेक्षणीय अधिकारी शिकायतों की जांच व निराकरण एक तय समय सीमा के भीतर सुनिश्चत करें. उन्होंने कहा कि Lalita Kumari vs Govt. of UP के प्रकरण में माननीय उच्चतम न्यायालय ने 7 दिवस के भीतर शिकायतों की जांच व निराकरण का निर्देश दिया है, जिसका पालन सुनिश्चित किया जाए.
शिकायतों के निराकरण में न हो लापरवाही
आईजी सिंह ने कहा कि बेहतर पुलिसिंग और शिकायतों के निराकरण में प्रो-एक्टिव एप्रोच होनी चाहिए. पर्यवेक्षणीय अधिकारी के कार्यालय में समीक्षा की परम्परा नहीं होने के कारण ही शिकायतें लंबित होती है, इसलिए समीक्षा की परम्परा बनायें। यदि शिकायतों के निराकरण में लापरवाही या शिथिलता पाई जाती है, तो ऐसे जांच अधिकारियों के विरूद्ध नियमानुसार अनुशासनात्मक कार्यवाही भी सुनिश्चित की जाए.
सिटीजन कॉप में मिली शिकायतों पर लें संज्ञान
आईजी ने उपस्थित अधिकारियों को मोबाइल एप्प सिटीजन कॉप के माध्यम से प्राप्त होने वाली सूचनाओं व शिकायतों को भी संज्ञान में लेने हुए उस पर त्वरित कार्यवाही करने को कहा। सिटीजन कॉप पुलिस की कार्यप्रणाली को केवल आम लोगों के लिए सरल ही नहीं बनाती है, वरना पुलिस को अनावश्यक कागजी कार्यवाही के बंधन से भी मुक्त करती है तथा आम जनता को अपनी शिकायत लेकर थाने अथवा पुलिस अधिकारी तक जाने की कतई आवश्यकता नहीं होती. जिसकी वजह से रेंज की जनता ने इसको अच्छा रिस्पांस दिया है.