दुर्ग। नगर निगम में महापौर बनाने को लेकर 6 जनवरी में चुनाव होगा. इससे पहले शनिवार रात को कांग्रेस महापौर के दावेदारों के बीच सबसे सकारात्मक चर्चा हुई. कुछ पार्षदों के बीच भ्रम की स्थिति थी वो दूर हो गई है. इस बैठक में शहर अध्यक्ष आरएन वर्मा को छोड़ सभी दावेदार पहुंचे थे. सांसद मोतीलाल वोरा के भतीजे शानू वोरा ने बंद कमरे में मान-मनौव्वल की कोशिश की. वोरा की दावेदारों के साथ बैठक देर रात तक चली.

वहीं चर्चा के बाद आज सुबह 9 बजे पार्षद दल की बैठक विधायक अरुण वोरा की उपस्थिति में हुई. जिसमें पार्षद व शहर अध्य़क्ष आरएन शर्मा उपस्थित नहीं थे, उनका फोन बंद है. इसी दौरान एक निर्दलीय ने कांग्रेस प्रवेश कर लिया. ऐसे में कांग्रेस की एक सीट और बढ़कर 31 हो गई है. हालांकि निर्दलीय समेत 31 में से 30 पार्षद उपस्थित थे.

इस संबंध में शोनू वोरा ने lalluram.com से बातचीत में बताया कि दुर्ग में सर्वसम्मति से पहले भी निर्णय होते आए हैं. सभी पार्षदों ने एक बात कहीं कि कांग्रेस हाईकमान का जो निर्णय होगा, वो सबको स्वीकार होगा. चुनाव प्रभारी जैसा तय करेंगे स्वीकार किया जाएगा. साथ ही दुर्ग में कांग्रेस पूर्ण बहुमत के साथ बड़े आराम से महापौर बनाने जा रही है.

वहीं सूत्रों से ये भी पता चला है कि महापौर के लिए धीरज बाकलीवाल और अब्दुल गनी का नाम सबसे ऊपर चल रहा है. बताया जाता है कि दावेदारों ने यहां कांग्रेस के प्रशासनिक महामंत्री व सांसद मोतीलाल वोरा से मिलकर पहली बार चुने गए धीरज बाकलीवाल के नाम पर आपत्ति दर्ज कराते हुए उनमें से किसी एक को मेयर बनाए जाने की मांग रखी है.

बता दें कि दुर्ग नगर निगम की कुल 60 सीटों में से कांग्रेस के पास 30, बीजेपी 16 और अन्य 13, जबकि जेसीसी-जे की 1 सीट है.