भिलाई। साइबर क्राइम पर जागरूकता के माध्यम से ही अंकुश लगाया जा सकता है. जिले की जनता को जागरूक करने के लिए अपने आप में एक अनूठी पहल दुर्ग पुलिस के द्वारा साइबर लेन का निर्माण कर की जा रही है. जिसकी शुरुआत स्वाधीनता दिवस के अवसर पर कल की जाएगी. इसके तहत भिलाई के सिविक सेंटर में सड़क के दोनों ही किनारे पर साइबर अपराध से बचने की सूचनाओं से संबंधित फ्लेक्स लगाए जाएंगे. इन फ्लेक्स में साइबर से संबंधित घटित अपराध की जानकारी व बचाव के बारे में उपाय दिए जाएंगे. इस साइबर लेन के डिजिटल प्लेटफॉर्म में क्यूआर कोड होगा जिसे स्कैन करने पर लेन में दी गई संपूर्ण जानकारी मोबाइल में आ जाएगी.

पुलिस अधीक्षक प्रशांत ठाकुर के निर्देश पर इस अभियान की शुरुआत 15 अगस्त को की जाएगी. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर रोहित झा ने बताया कि गत वर्ष 15 अगस्त को साइबर संगी अभियान प्रारंभ हुआ था. इस 1 वर्ष में पुलिस द्वारा लगातार सेल्फी जोन के माध्यम से साइबर जागरूकता कार्यक्रम पूरे शहर में चलाए गए. जिसमें स्कूल, कॉलेज सार्वजनिक स्थलों को साइबर जोन बनाया गया था. 26 जनवरी को दुर्ग पुलिस द्वारा अनजान लोगों को ओटीपी ना बताने वाला एक अभियान चलाया था. इस बार प्रथम वर्षगांठ पर साइबर लेन बनाया जा रहा है, जो छत्तीसगढ़ में अपनी तरह का एक प्रथम व अनूठा प्रयास है.

संभवत देश में भी इस प्रकार की पहल पहली बार हो रही है. साइबर लेन सूचनाओं से परिपूर्ण रहेगी इस अभियान का नाम है डर से आजादी एक अभियान दिया गया है. दुर्ग पुलिस द्वारा साइबर अपराध से संबंधित जानकारियों को सिविक सेंटर स्थित एक सड़क के दोनों ही किनारे फ्लेक्स बनाकर उसमें समाहित किया गया. ताकि इन सूचनाओं का अध्ययन कर आम जनमानस जागरूक हो सके इन सूचनाओं को आम जनमानस फ्लेक्स में बनाए गए क्यूआर कोर्ट के माध्यम से अपने मोबाइल फोन पर भी आसानी से प्राप्त कर सकता है और अपने मित्र सगे संबंधी रिश्तेदारों को भी इन सूचनाओं को भेजकर जागरूक कर सकता है. दुर्ग पुलिस का उद्देश्य की ज्यादा से ज्यादा लोगों को इन साइबर अपराधों से बचाया जा सके. दुर्ग पुलिस का मानना है कि जो भी व्यक्ति इस साइबर लेन का अवलोकन करेगा वह साइबर ठगी से स्वयं को सुरक्षित कर लेगा.