मुंगेली– यदि हौसला बुलंद हो,तो रास्ते में आने वाली हर बाधाएं अपने आप दूर हो जाती है. इस कहावत को सही साबित किया है मुंगेली की होनहारी बेटी दुर्गेश्वरी सिंह ने,जिन्होंने विपरीत परिस्थितियों में संघर्ष करते हुए छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में पूरे प्रदेश में 30 वां स्थान हासिल कर अपने परिवार और मुंगेली जिले का नाम रोशन किया है.

दुर्गेश्वरी सिंह के पिता रामविहार सिंह पेशे से राजमिस्त्री हैं और मकान बनाने का ठेका लेकर अपने परिवार का पालन पोषण करते हैं. बेटी दुर्गेश्वरी सिंह की पढ़ाई लिखाई में गहरी अभिरूचि को देखते हुए रामविहार सिंह ने ठान लिया था कि वह अपनी बेटी को पढ़ाई लिखाई में हरसंभव मदद करेंगे. दुर्गश्वरी की प्राथमिक शिक्षा से लेकर स्नातक तक की शिक्षा सरकारी संस्थाओं में ही हुई, लेकिन उसने कठिन परिश्रम और लगन से लगातार सफलता की सीढ़ी तय की. पिता की सामान्य आर्थिक परिस्थिति के चलते दुर्गेश्वरी को कभी कभार परेशानी हुई,लेकिन इन परेशानियों को उसने दृढ़ इच्छाशक्ति के चलते दूर कर दिया.

दुर्गेश्वरी ने पहले व्यापमं द्वारा आयोजित राजस्व निरीक्षक भर्ती परीक्षा में सफलता हासिल की थी.इसके बाद 2017 की पीएससी परीक्षा में भी मेरिट लिस्ट में स्थान हासिल कर आबकारी उप निरीक्षक पद पर चयनित हुईं,लेकिन दुर्गेश्वरी का लक्ष्य द्वितीय श्रेणी राजपत्रित अधिकारी बनने का था,इसलिये उन्होंने आबकारी उप निरीक्षक का पद ज्वाइन नहीं किया और लगातार परिश्रम कर लक्ष्य प्राप्ति के जतन में लगी रही.जब पीएससी 2018 का नतीजा आया,तब उसका सालों पुराना सपना मानो साकार हो गया.

दुर्गेश्वरी की इस सफलता से उसके परिवार में खुशी की लहर है. परिजनों ने दुर्गेश्वरी की सफलता का श्रेय उसके लगन और कठोर परिश्रम को दिया है. मुंगेली शहर में भी दुर्गेश्वरी की सफलता आम लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है और लोगों का मानना है कि दुर्गेश्वरी के इस सफलता से ऐसे लोगों लोगों को प्रोत्साहन मिलेगा,जो मामूली बाधाओं से हारकर निराश हो जाते हैं.