लखनऊ. सदन में प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ बजट पर चर्चा का जवाब दे रहे हैं. इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि सबके विकास की भावना से काम हो रहा है. फिर से पूर्ण जनादेश के साथ सरकार बनाई. 2017-22 तक सरकार ने सफलतापूर्वक काम किया. जनता ने हमें फिर से आशीर्वाद दिया है. उन्होंने कहा कि बजट में यूपी के विकास का रोडमैप है. यूपी के बजट में हर वर्ग का ख्याल रखा गया. यूपी का बजट दोगुने से ज्यादा हुआ. गरीबों और महिलाओं के लिए बजट पेश किया. सरकार जनता के प्रति संवेदनशील है. हमारी यात्रा जनविश्वास पर आधारित है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने कोरोना जैसी महामारी से लड़कर राजकोषीय वित्तीय घाटे को नियंत्रित रखा. हमने वैक्सीन जाति पूछकर नहीं दी. उन्होंने कहा कि कल प्रयागराज की घटना की साज़िशकर्ता की फोटो से टीवी रंगीन था. हाथ मिला रहे थे, पूरी कहानी बयां हो रही थी. आप जाति की बात करते हैं. क्या प्रयागराज मे उमेश पाल की जाति नही थी. सिपाही संदीप निषाद की कोई जाति नहीं थी क्या. अपने दम पर विधायक बने राजू पाल की कोई जाति नहीं थी क्या?

नेता सदन मुख्यमंत्री ने कहा कि जब कोई मुद्दा न मिले तो बर्गला देने का काम किया जाता है. वित्तीय प्रबंधन नमूना 2016 बजट मे है, केवल 33% बजट खर्च कर पाए. आज 44% है. प्रदेश मे रोजगार इंफ़्रा स्ट्रक्चर की बड़ी धनराशि खर्च हो रही है. उन्होंने कहा कि कल सदन में नेता प्रतिपक्ष राष्ट्रकवि दिनकर की कविता तो पढ़ नही पा रहे थे. खन्ना जी की कविता पर बोल रहे थे.

हमने MSME को प्रोत्साहित किया, ONE DISTRICT ONE PRODUCT आज आधार बना है, आप वन डिस्ट्रिकट वन प्रोडक्त तो नहीं दे पाए,हां वन डिस्ट्रकट वन माफिया जरूर कर लिया था. नेता सदन ने कहा कि आप ने जहां छोड़ा था,हम उससे आगे की यात्रा कर चुके हैं. . है कौन विघ्न जग में, मानव जब जोर लगाता है,पत्थर पानी बन जाता है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकारों में कर चोरी होती थी. इसके बहुत सारे नमूने आपको मिलेंगे. कैग की रिपोर्ट जैसी कई रिपोर्ट हैं. ये लोग कहते थे कि नोएडा कोई मुख्यमंत्री गया तो लौटूंगा नहीं, नेता प्रतिपक्ष ने भी मान लिया था कि अब नहीं आऊंगा. मैंने कहा था की मै वापस आऊंगा.

नेता सदन ने कहा कि 2022 से पहले हमारी पार्टी ने लोक संकल्प पत्र जारी किया था,जिसमें 130 संकल्प शामिल किये गये। अब आप सब भी संकल्प पत्र घोषित करते हैं. कहा कि 2016 मे रियो डी जीनेरियों के ओलम्पिक खिलाड़ियों को आपने एक एक करोड़ देने की घोषणा की थी. खैर छह महीने बाद सरकार से ही चले गये. बाद में हमारी सरकार ने उन खिलाड़ियों का सम्मान किया. आप सिर्फ घोषणा ही करते हैं. हम संकल्प करते हैं, उन्हें पुरा करते हैं.

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