लक्षिका साहू, रायपुर. छत्तीसगढ़ की राजधानी में सोमवार को रायपुर नगर निगम MIC (एमआईसी) की बैठक हुई, जहां एमआईसी के मेंबर्स के साथ नगर निगम आयुक्त, उपयुक्त सहित जोन के कमिश्नर मौजूद रहे. इस दौरान बैठक को लेकर कांग्रेस के पार्षद अनवर हुसैन सभाकक्ष के बाहर ही अर्धनग्न अवस्था में विरोध करने लगे.
भाजपा MIC सदस्यों पर कांग्रेस पार्षद का आरोप
अनवर हुसैन का आरोप है, कि लगातार सामान्य सभा में महापौर एजाज ढेबर को वार्ड की समस्या बताई, लेकिन उसके बाद भी समस्या का निदान नहीं हुआ. एमआईसी यहां बैठी हुई है, न मुद्दों को लेकर चर्चा होती है और ना ही कार्य योजना बनाई जाती है. काम के टेंडरों की हेर-फेर की गई. अधिकारियों को ड्राइंग डिजाइन बताने को कहा जाता है तो वे बताते नहीं हैं. ठेकेदार मनमानी करते हैं. हम जनता को क्या जवाब दें ?
उन्होंने कहा, कि एमआईसी निकम्मी है, जो जनता के मुद्दों पर बात नहीं करती. कई बार एमआईसी से चर्चा करने का प्रयास किया गया, लेकिन कांग्रेसी पार्षदों का एमआईसी मेंबर फोन तक नहीं उठाते. इसके चलते उन्होंने अर्धनग्न अवस्था में बैठक का विरोध किया.
वहीं दूसरी तरफ महापौर ऐजाज ढेबर ने कांग्रेसी पार्षद के लिए जो बयान दिया है, उसे लेकर भाजपा ने कांग्रेस में पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी की अंतर्कलह सामने आ रही है. दरअसल, अनवर हुसैन का आरोप था, कि कोशिश करने पर भी चर्चा नहीं करते. लेकिन महापौर ने अपने ही पार्टी के पार्षद के आरोप से हटकर पार्षद अनवर हुसैन पर ही चर्चा ना करने का आरोप लगा. इसके साथ ही उन्होंने अनवर हुसैन के विरोध पर किसी और की बात मानकर यह सब बोलने की बात कही है.
जानिए क्या कहा महापौर एजाज ढेबर ने
वहीं एमआईसी बैठक के बाद महापौर ने इस विरोध को लेकर कहा, कि अगर उनकी कोई समस्या है, तो उन्हें बताना था. जब ठेकेदार ने ड्राइंग डिजाइन नहीं बताया था, मैंने ठेकेदार को कह दिया कि सम्मानित पार्षद को डिजाइन बता दिया जाए, वो देख लेंगे तो संतुष्ट हो जाएंगे. उन्होंने आगे कहा कि अगर कोई काम नहीं हो रहा था तो उन्हें (अनवर हुसैन को) चर्चा करना था. वहीं महापौर के तानाशाही रवईये वाले बयान पर एजाज ढेबर ने कहा कि ये सब उनसे कौन बुलवा रहा है, ये हम भी जानते हैं.
उपनेता प्रतिपक्ष मनोज वर्मा ने कांग्रेस पर साधा निशाना
उपनेता प्रतिपक्ष मनोज वर्मा ने मामले में महापौर एजाज ढेबर के बयान को लेकर कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि इस प्रकार एक पार्टी के अंदर विरोध की स्थिति इस बात को जाहिर करती है, कि महापौर का काम विगत पांच वर्षों में कैसा रहा है. आज उसका परिणाम आ गया है कि उनके खुद के पार्षद विरोध कर रहे हैं.
मनोज वर्मा ने आगे कहा कि पूरे गर्मी के दौरान रायपुर नगर निगम लगातार दावे करता आया कि पानी के साथ-साथ अन्य समस्याओं को हल करने में वह सक्षम है. लेकिन अधिकतर वार्डों में पानी की समस्या देखी गई. शहर की स्थिति कबाड़ हो चुकी है, रंग रोगन तो नहीं हो पाया सिर्फ़ तोड़फोड़ की कार्रवाई की जाती है. इससे निगम के दावों में कितना खोखलापन है, यह साफ नजर आता है.
एमआईसी में विकास कार्यों की चर्चा होनी चाहिए. अगर कोई पार्षद विरोध कर रहा है तो हम उसका समर्थन करते हैं. अगर कोई पार्षद विरोध कर रहा है तो हम उसका समर्थन करते हैं.
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