Dussehra 2024: दशहरे के दिन बजरंगबली को पान खिलाने और पान चढ़ाने की परंपरा है. सुपारी को विजय का सूचक और सम्मान का प्रतीक माना जाता है. ऐसा माना जाता है कि दशहरे के दिन पान जरूर खाना चाहिए. मान्यता है कि दशहरे के दिन पान खाने से घर में सुख, शांति और समृद्धि आती है. इस दिन लोग पान खाकर असत्य पर सत्य की जीत का जश्न मनाते हैं. इसके अलावा बीड़ा शब्द का भी अपना महत्व है, जिसे बुराई पर अच्छाई की जीत और हमेशा सच्चाई की राह पर चलने की पहल से देखा जाता है.

सुपारी का धार्मिक महत्व भी है

हिंदू धर्म के सभी त्योहारों और त्योहारों में सुपारी का इस्तेमाल किया जाता है. घर में कोई पूजा, कथा या शुभ कार्य हो तो सुपारी का प्रयोग किया जाता है. नवरात्रि के त्योहार के दौरान देवी भगवती को पान और सुपारी का भोग लगाया जाता है. आयुर्वेद में भी स्वास्थ्य के मामले में पान के पत्ते का विशेष महत्व बताया गया है. विजयादशमी को शरद ऋतु के आगमन का प्रतीक भी माना जाता है और इस दिन से मौसम में बदलाव भी शुरू हो जाता है. इस समय संक्रामक रोग फैलने का खतरा रहता है. ऐसे में सुपारी खाने से शरीर के अंदर रोगों से लड़ने की क्षमता विकसित होती है, जिससे सभी तरह की बीमारियां दूर रहती हैं.

दशहरा शक्ति का प्रतीक है

दशहरा शक्ति का त्योहार है और पान खाना राम की जीत के जश्न के तौर पर देखा जाता है. साथ ही जो लोग नवरात्रि के दौरान व्रत रखते हैं उनकी पाचन क्रिया पर असर पड़ता है. दशहरे के दिन सुपारी खाने से पाचन क्रिया बेहतर होती है और सुपारी खाने से भोजन का पाचन ठीक से होता है.