दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) अध्यक्ष तुषार डेढ़ा विवादों में आ गए हैं. डूसू उपाध्यक्ष अभि दहिया ने शुक्रवार को तुषार डेढ़ा के खिलाफ दिल्ली विश्वविद्यालय में शिकायत दर्ज कराई है कि तुषार डेढ़ा दाखिला लेने के लिए ‘फर्जी’ मार्कशीट का इस्तेमाल किया हैं. हालांकि, डेढा ने किसी भी तरह का गलत काम करने की बात से इनकार किया है और कहा है कि वह मानहानि का मुकदमा दायर करेंगे.
दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति योगेश सिंह को सौंपी गई शिकायत में NSUI के सदस्य ने आरोप लगाया है कि डेढ़ा के पास अलग-अलग बोर्ड – CBSE और यूपी बोर्ड से 12वीं क्लास की 2 मार्कशीट हैं, जो उन्होंने 2016 में इसी अवधि में नियमित छात्र के रूप में प्राप्त की थीं.
शिकायत में कहा गया है कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के सदस्य तुषार डेढ़ा ने दिल्ली विश्वविद्यालय में दाखिला पाने के लिए ‘‘अवैध साधनों’’ का इस्तेमाल किया और अपनी योग्यता के बारे में ‘गलत तथ्य’ दिए. उन्होंने डूसू अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने के के लिए अपनी योग्यता के बारे में गलत बयान और हलफनामा भी दाखिल किया. गलत जानकारी देकर उन्होंने विश्वविद्यालय के साथ धोखाधड़ी की है.
“प्राप्त रिकॉर्ड के अनुसार, डेढा के पास इंटरमीडिएट कक्षा (12) के दो परीक्षा प्रमाण पत्र/मार्कशीट हैं, एक CBSEसे आर्ट्स स्ट्रीम में जिसका रोल नंबर 9130384 है और दूसरा उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से साइंस स्ट्रीम में जिसका रोल नंबर 0322496 जिला/विद्यालय कोड 06/1328 है, दोनों में ही वह वर्ष 2016 में नियमित छात्र के रूप में पास हुए थे.” इसमें आरोप लगाया गया कि यह सीबीएसई और उत्तर प्रदेश बोर्ड के परीक्षा उपनियमों का उल्लंघन है.
शिकायतकर्ता ने मांग की है कि DUSU अध्यक्ष पद के चुनाव के नतीजों को अमान्य घोषित किया जाए और डेढा को उनके पद से बर्खास्त किया जाए क्योंकि उन्होंने अध्यक्ष पद के चुनाव लड़ने के उद्देश्य से अपनी योग्यता के बारे में कथित तौर पर गलत बयान और हलफनामा दाखिल किया था.
NSUI के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी ने शिकायत और डेढा की मार्कशीट की एक कॉपी अपने सोशल मीडिया हैंडल ‘एक्स’ पर पोस्ट की और उन पर धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया.
मैंने कोई गलत काम नहीं किया
इन आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए तुषार डेढ़ा ने कहा कि उनकी ओर से कोई गलत काम नहीं किया गया है और वह एनएसयूआई, इसके राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी और अभि दहिया के खिलाफ उनकी मार्कशीट को गलत तरीके से पेश करने के लिए मानहानि का मुकदमा दायर करेंगे.
तुषार डेढ़ा ने दावा किया, “शिकायतकर्ता द्वारा उपलब्ध कराई गई मार्कशीट मेरी हैं और सही हैं, लेकिन उन्हें विकृत जानकारी के साथ प्रस्तुत किया गया है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार, कोई भी व्यक्ति एक ही समय में दो परीक्षाएं दे सकता है. मैंने 2016 में CBSE और यूपी बोर्ड दोनों से पढ़ाई की. लेकिन मैंने DU में दाखिला लेते समय केवल एक प्रमाण पत्र (यूपी बोर्ड का) का उपयोग किया.”
डेढ़ा ने 2019 में सत्यवती कॉलेज से बीए प्रोग्राम में स्नातक किया और वह वर्तमान में दिल्ली विश्वविद्यालय से MA (बौद्ध धर्म) में स्नातकोत्तर कर रहे हैं.
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