Ear Itching: नहाते वक्त कान में जरा सा भी पानी चला जाए, और कम सुनाई देने लगे तो हम झटपटा उठते हैं. कुछ समय के लिए परेशानी में पड़ जाते हैं कि क्या हो गया? जब वापस बराबर सुन पाते हैं तो जान में जान आती है. अगर, कभी भी कान में खुजली, जलन या दर्द हो तो इसे गंभीरता से लें. कई बार लक्षण नजरअंदाज करना बड़ी मुसीबत भरा हो सकता है.

आईए इस आर्टिकल के जरिए कान में खुजली के कारणों और बचाव के तरीकों के बारे में विस्तार से जानते हैं.

पहले कान में खुजली होने के प्रमुख कारणों को जानें

कान में खुजली के एक नहीं बल्कि कई कारण हो सकते हैं. जैसे- कान में मैल का जमाना. बैक्टीरिया, वायरस या फंगस के कारण इंफेक्शन होना. धूल, मिट्टी, रासायनिक पदार्थ या मेटल्स से एलर्जी होना. एक्जिमा, सोरायसिस या डर्मेटाइटिस जैसी त्वचा संबंधी बीमारियां होना. कान में कुछ फंस जाना. सर्दियों में रूखी त्वचा के कारण खुजली होना प्रमुख हैं. इसके अतिरिक्त एक प्रमुख कारण है, ईयरफोन या हेडफोन का इस्तेमाल.

खुजली से बचने के उपाए (Ear Itching)

  • 1- कान को साफ रखें.
  • 2- रुई या उंगली या लकड़ी (कांड़ी) डालने से बचें. इससे कान की नाजुक परतों में कट लग सकता है, जो ज्यादा घातक हो सकता है. इंफेक्शन का खतरा बढ़ सकता है.
  • 3- एलर्जी पैदा करने वाले चीजों को खाने-पीने या फिर धूल-प्रदूषण से बचें.
  • 4- धूम्रपान से भी कान में जलन और संक्रमण हो सकता है, इसलिए इससे बचें. डॉक्टरी सलाह पर ईयर ड्रॉप्स लें.