
दिल्ली में बिजली आपूर्ति करने वाली कंपनी BSES (बॉम्बे सबअर्बन इलेक्ट्रिक सप्लाई लिमिटेड) ने अपने उपभोक्ताओं से अनुरोध किया है कि वे अर्थ ऑवर के अवसर पर सप्ताहांत में अपने घरों, कार्यालयों और अन्य स्थानों की बिजली बंद करें. इस संबंध में जारी एक बयान में BSES ने अपने 50 लाख से अधिक ग्राहकों और दिल्ली के 2 करोड़ निवासियों को शनिवार को रात 8.30 बजे से 9.30 बजे तक बिजली बंद करके इस अभियान में शामिल होने के लिए प्रेरित किया. इस वर्ष, अर्थ ऑवर विश्व जल दिवस के साथ मेल खा रहा है. इस संदर्भ में, WWF-इंडिया ने ऊर्जा और जल के बीच के संबंध को स्पष्ट करते हुए ‘जल के प्रति जागरूक रहें’ विषय के तहत इस अभियान को प्रमुखता दी है.
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BSES के एक अधिकारी ने बयान में कहा कि 8,000 से अधिक छतों पर सौर ऊर्जा कनेक्शन, 5,500 से ज्यादा इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग पॉइंट और बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम (BESS) के नेटवर्क के विकास के साथ, हम एक हरित भविष्य की ओर अग्रसर हैं.
पिछले कुछ वर्षों में अर्थ आवर के अवसर पर दिल्लीवासियों ने बिजली की बचत में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. पिछले वर्ष एक घंटे में 206 मेगावॉट बिजली की बचत की गई, जिसमें बीएसईएस उपभोक्ताओं ने 130 मेगावॉट और एनडीपीएल ने 70 मेगावॉट की बचत की. अर्थ आवर, जो कि वर्ल्ड वाइड फंड फॉर नेचर का वार्षिक कार्यक्रम है, का उद्देश्य लोगों को जलवायु परिवर्तन के प्रति जागरूक करना है, ताकि वे अपने घरों और कार्यस्थलों पर अनावश्यक लाइट्स और बिजली से चलने वाले उपकरणों को निर्धारित समय पर बंद करें.
WWF-इंडिया के प्रवक्ता ने बताया कि अर्थ ऑवर एक अंतरराष्ट्रीय आंदोलन है, जो लोगों को पर्यावरण पर पड़ने वाले बड़े प्रभाव के लिए अपनी जीवनशैली में छोटे-छोटे परिवर्तन करने के लिए प्रेरित करता है. उन्होंने निवासियों और हाउसिंग सोसाइटियों से विशेष रूप से अनुरोध किया कि वे अनावश्यक रोशनी बंद करें और इस वैश्विक पहल का हिस्सा बनें. अर्थ ऑवर की शुरुआत 2007 में सिडनी में हुई थी और अब यह 190 से अधिक देशों और क्षेत्रों में मनाया जाता है.
बीएसईएस ने लोगों से आग्रह किया है कि वे अपने घरों की बिजली बंद करें और एक रहने योग्य पृथ्वी के लिए निवेश करें. यह कदम धरती और भविष्य की पीढ़ियों के लिए महत्वपूर्ण है. मानवता प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा करके एक उज्जवल भविष्य का निर्माण कर सकती है. जलवायु परिवर्तन के चलते पृथ्वी की स्थिति को लेकर चिंताएं बढ़ रही हैं, जिसमें अचानक मौसम में बदलाव और अप्रत्याशित तापमान शामिल हैं, जो इस संकट की गंभीरता को दर्शाते हैं.
इस संदर्भ में यह आवश्यक है कि हम अपव्यय की आदतों को त्यागकर एक ऐसी जीवनशैली अपनाएं जो पर्यावरण के अनुकूल हो. अर्थ आवर इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. डब्लूडब्लूएफ इंडिया के प्रवक्ता के अनुसार, भारत अपने 15वें अर्थ आवर का उत्सव मना रहा है. दिल्ली में बीएसईएस अर्थ आवर के प्रति जागरूकता फैलाने का कार्य कर रहा है, जो प्रशंसनीय है.
भारत में 15वां अर्थ आवर डे का हो रहा आयोजन
डब्ल्यूडब्ल्यूएफ-इंडिया के प्रवक्ता ने बताया कि भारत में अर्थ आवर का 15वां वर्ष मनाया जा रहा है. उन्होंने बीएसईएस का धन्यवाद किया, जो नागरिकों के बीच जागरूकता बढ़ाने में मदद कर रहा है. सभी हाउसिंग सोसाइटियों और निवासियों से अनुरोध किया गया है कि वे गैर-जरूरी रोशनी बंद करके इस अभियान में शामिल हों.
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