दिल्ली-NCR में मंगलवार सुबह एक बार फिर भूकंप (Earthquake)के झटके महसूस किए गए. इस घटना में किसी भी प्रकार के जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं मिली है. भूकंप सुबह 6 बजे आया, जिसकी तीव्रता 3.2 मापी गई. इसका केंद्र हरियाणा के फरीदाबाद में था, और यह 5 किलोमीटर की गहराई पर स्थित था. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (NCS) के अनुसार, यह भूकंप 22 जुलाई 2025 को सुबह 6:00 बजे आया, जिसका भौगोलिक स्थान 28.29 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 72.21 डिग्री पूर्वी देशांतर था.
राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार, फरीदाबाद में भूकंप का केंद्र स्थानीय क्षेत्र में स्थित था, जो जमीन से 5 किलोमीटर की गहराई पर महसूस किया गया. इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.2 दर्ज की गई, जो हल्के स्तर की श्रेणी में आती है. आमतौर पर, 5 से कम तीव्रता वाले भूकंप से किसी प्रकार के नुकसान की संभावना नहीं होती है. फरीदाबाद या उसके आस-पास के क्षेत्रों से भूकंप के कारण किसी भी प्रकार के नुकसान की सूचना नहीं मिली है.
भूकंप की तीव्रता अपेक्षाकृत कम थी और अधिकांश लोग सो रहे थे, जिसके कारण केवल कुछ ही लोगों ने झटके का अनुभव किया. ऊंची इमारतों में रहने वाले कई व्यक्तियों ने हल्की कंपन को महसूस किया. जो लोग भूकंप के झटके को अनुभव कर पाए, वे इसकी तीव्रता से अधिक हाल के समय में बार-बार धरती के डोलने के कारण चिंतित हो गए.
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इस वर्ष 17 फरवरी को सुबह 05:36 बजे दिल्ली के धौला कुआं क्षेत्र में 4.0 की तीव्रता का भूकंप आया. इसके बाद, 10 जुलाई को हरियाणा के झज्जर में 4.4 की तीव्रता का एक और भूकंप महसूस किया गया, जिसका असर फरीदाबाद, गुरुग्राम और पूरे एनसीआर में देखा गया. अगले दिन, 11 जुलाई को झज्जर में फिर से 3.7 की तीव्रता का भूकंप आया.
क्यों दिल्ली-NCR में बार-बार आते हैं हैं भूकंप
भूकंप वैज्ञानिकों के अनुसार, पृथ्वी की सतह मुख्यतः सात प्रमुख और कई छोटे टेक्टोनिक प्लेटों से बनी है. ये प्लेटें निरंतर गतिशील रहती हैं और अक्सर एक-दूसरे से टकराती हैं. इस टकराव के कारण प्लेटों के किनारे मुड़ सकते हैं और अत्यधिक दबाव के चलते वे टूट भी सकते हैं. जब यह ऊर्जा नीचे से बाहर निकलने का प्रयास करती है, तो वह भूकंप का कारण बनती है.
भूकंप आने पर क्या करे?
भूकंप के समय यदि आप अपने घर में हैं, तो तुरंत किसी मेज या फर्नीचर के नीचे जाकर सुरक्षित हो जाएं. इस दौरान बिजली के स्विच को बंद कर देना चाहिए. यदि आप बाहर हैं और खुली जगह पर हैं, तो वहीं रुकें. यदि आप किसी इमारत के निकट हैं, तो उससे दूरी बना लें और अपने सिर को ढक लें.
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