कथित शराब घोटाले की जांच कर रही ED ने मंगलवार को दिल्ली हाई कोर्ट में ऐलान कर दिया, ED ने दिल्ली हाई कोर्ट को बताया है कि एक्साइज पॉलिसी मामले में दायर होने वाली अगली चार्जशीट में आम आदमी पार्टी को भी आरोपी बनाया जाएगा. दिल्ली हाई कोर्ट को ED ने यह भी बताया कि कई आरोपी मामले की सुनवाई में देरी करने की कोशिश कर रहे हैं.
जस्टिस स्वर्णकांता शर्मा की अदालत में ED के वकील ने कहा, ‘नए चार्जशीट में आम आदमी पार्टी को सह आरोपी बनाया जाएगा.’ जांच एजेंसी के वकील ने आगे कहा कि आरोपी व्यक्तियों की ओर से आरोप तय करने की प्रक्रिया में देरी की कोशिश की जा रही है. सिसोदिया के लिए जमानत मांगते हुए सिसोदिया के वकील ने कहा कि ED और CBI अभी भी लोगों की गिरफ्तारी कर रही है और ट्रायल के जल्द निष्कर्ष का सवाल नहीं है.
यदि ईडी आम आदमी पार्टी को आरोपी बनाती है तो यह पहली बार होगा जब किसी राष्ट्रीय दल के खिलाफ PMLA का केस दर्ज होगा. आरोपी बनाए जाने से आम आदमी पार्टी के खिलाफ मुसीबतों के नए दौर की शुरुआत हो सकती है. पार्टी की संपत्ति से लेकर निशान तक पर खतरा मंडरा सकता है. एक दशक पहले भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के कोख से जन्मी पार्टी के मुखिया समेत कई नेता कथित शराब घोटाले में पहले ही जेल जा चुके हैं. पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल फिलहाल 21 दिन की अंतरिम जमानत पर बाहर निकले हैं. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें लोकसभा चुनाव प्रचार में हिस्सा लेने के लिए राहत दी है.
ईडी का आरोप है कि वित्त वर्ष 2021-22 की शराब नीति में भ्रष्टाचार हुआ. केंद्रीय जांच एजेंसी का दावा है कि शराब कारोबारियों को गलत तरीके से फायदा पहुंचाया गया और बदले में आम आदमी पार्टी के नेताओं ने रिश्वत ली. ईडी कोर्ट के सामने यह भी कह चुकी है कि घोटाले की रकम का फायदा आम आदमी पार्टी को भी मिला. दावा है कि गोवा में विधानसभा चुनाव के दौरान प्रचार में इसका इस्तेमाल किया गया. यही वजह है कि ईडी अब आम आदमी पार्टी को घोटाले की लाभार्थी बताते हुए आरोपी बनाने जा रही है. हालांकि, आम आदमी पार्टी और दिल्ली सरकार की ओर से लगातार इन आरोपों को खारिज किया गया है. पार्टी का दावा है कि झूठे केस में उसके नेताओं को फंसाया जा रहा है और भाजपा उनके दल को खत्म करने की साजिश रच रही है.