नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को कहा कि उसने पत्रकार राणा अय्यूब के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में 1.77 करोड़ रुपये कुर्क किए हैं। ईडी के एक अधिकारी ने कहा कि अय्यूब ने कथित तौर पर धन का दुरुपयोग किया और व्यक्तिगत खचरें के लिए रकम दूसरे खाते में भेज दिया था। ईडी सूत्रों ने कहा कि उन्होंने पूर्व नियोजित तरीके से दानदाताओं को धोखा दिया।
ईडी का एक दस्तावेज आईएएनएस मिला, जिसमें लिखा है, राणा अय्यूब द्वारा केटो पर कुल 2,69,44,680 रुपये की धनराशि जुटाई गई थी। ये धनराशि उनकी बहन/पिता के बैंक खातों में स्थानांतरित की गई थी। इस राशि में से 72,01,786 रुपये उसके अपने बैंक खाते में स्थानांतरित किए गए थे। उनकी बहन इफ्फत शेख के खाते में 37,15,072 और उनके पिता मोहम्मद अय्यूब वक्फ के बैंक खाते में 1,60,27,822 रुपये थे। बाद में उनकी बहन और पिता के खाते से ये सभी धनराशि उनके स्वयं के खाते में स्थानांतरित कर दी गईं।
इसमें यह भी उल्लेख किया गया है कि राणा अय्यूब ने 31,16,770 रुपये के खर्च की जानकारी/दस्तावेज प्रस्तुत किए। हालांकि, दावा किए गए खचरें के सत्यापन के बाद सामने आया कि वास्तविक खर्च केवल 17,66,970 रुपये का था।
प्रवर्तन निदेशालय द्वारा की गई जांच से यह स्पष्ट रूप से स्पष्ट हो गया है कि दान के नाम पर पूरी तरह से पूर्व नियोजित और व्यवस्थित तरीके से धन जुटाया गया था और धन का पूरी तरह से उपयोग नहीं किया गया था।