
ED raid in Patna: बिहार में आज शुक्रवार (28 मार्च) को ईडी ने एक बार फिर से बड़ी कार्रवाई की है. जांच एजेंसी ने मनी लांड्रिंग के मामले में सात अधिकारियों के बड़े ठिकानों पर छापेमारी की है. इस दौरान ईडी ने 11.64 करोड़ रुपए की राशि और मनी लांड्रिंग से जुड़े कई दस्तावेज भी जब्त किए हैं. ईडी की इस कार्रवाई से बिहार में हड़कंप मचा हुआ है.
7 अधिकारियों के ठिकानों पर रेड
ईडी की यह कार्रवाई आईएएस संजीव हंस से जुड़े केस में की है, जिनके ठिकानों पर ईडी ने छापेमारी की है, उनमें भवन निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता तारिणी दास मुमुक्ष चौधरी जो वित्त विभाग के संयुक्त सचिव हैं. इनके ठिकानों की तलाशी ली है. साथ ही कार्यपालक अभियंता शहरी विकास उमेश कुमार सिंह, रियाज अहमद डिप्टी प्रोजेक्ट डायरेक्टर बिहार अर्बन इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट, सागर जायसवाल डीजीएम विकास झा डीजीएम बीएमएसआईसीएल और साकेत कुमार कार्यपालक अभियंता भवन निर्माण विभाग शामिल हैं.
टेंडर में खास ठेकेदार को मदद का आरोप
जानकारी के अनुसार इन अधिकारियों पर आरोप है कि टेंडर में खास ठेकेदार को मदद के बदले मोटी रकम रिश्वत ली है. बिल क्लीयरेंस में उगाही की है. पटना के एक ठेकेदार रिशु श्री सहित कई ठेकेदारों के बिलों को मंजूरी देने के लिए रिश्वत के पैसे मिले थे. ED ने पटना में उपरोक्त अधिकारियों के आवासीय परिसरों की तलाशी ली. प्रवर्तन निदेशालय ने 11 करोड़ 64 लाख नगद, जमीन से जुड़े बड़ी संख्या में कागजात व अन्य डिजिटल साक्ष्य मिले हैं.
बता दें कि ईडी ने कल गुरुवार को भी आइएएस संजीव हंस से जुड़े टेंडर घोटाले के मामले में भवन निर्माण विभाग के चीफ इंजीनियर तारिणी दास के पटना स्थित ठिकानों पर छापेमारी की थी. गौरतलब है कि मनी लांड्रिंग मामले में आईएएस संजीव हंस और राजद के पूर्व विधायक गुलाब यादव जेल में हैं.
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