रांची (झारखंड)। आईएएस पूजा सिंघल से अब मनी लाउंड्रिंग के तहत मनरेगा घोटाला मामले के साथ-साथ अवैध खान लीज आवंटन व शेल कंपनियों को लेकर भी ईडी ने दबाव बढ़ाना शुरू कर दिया है. कागजात के आधार पर ईडी अब पूजा सिंघल के सामने दुमका व पाकुड़ के जिला खनन पदाधिकारियों (डीएमओ) से पूछताछ कर रही है. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को एक बार फिर 5 बक्सों में अलग-अलग जगहों से छापेमारी में जब्त दस्तावेज कार्यालय मंगवाए थे.

बता दें कि ईडी ने सोमवार को कोर्ट में पूजा सिंघल की रिमांड अवधि बढ़ाने के लिए जो दलील दी थी, उसमें बताया था कि तीन जिलों दुमका, पाकुड़ व साहिबगंज के डीएमओ की भूमिका खान आवंटन को लेकर संदिग्ध लग रही है. इसलिए पूजा सिंघल के साथ-साथ इनसे भी पूछताछ जरूरी है.

सूत्रों की मानें तो ईडी जांच के लिए जल्द मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा को भी पूछताछ के लिए समन कर सकती है. पंकज मिश्रा हाल के दिनों में खान मामले को लेकर काफी चर्चा में रहे हैं. गोड्डा सांसद निशिकांत दूबे ने भी पंकज मिश्रा पर एक खान आवंटन को लेकर ट्वीट किया था. जिसके बाद ही यह चर्चा में है कि ईडी इस संबंध में पूछताछ कर सकती है कि उक्त खान का आवंटन कैसे हुआ.

इधर, झामुमो के पूर्व कोषाध्यक्ष व सोरेन परिवार के काफी करीबी रहे रवि केजरीवाल ने भी रविवार को ईडी की पूछताछ में कई अहम जानकारी दी है. ईडी सूत्रों की मानें तो रवि ने 32 शेल कंपनियों की जानकारी दी है, जिनसे मनी लाउंड्रिंग की गई है. कुछ के नाम भी बताए हैं. इनमें निरमन प्राइवेट लिमिटेड, गायत्री प्राइवेट लिमिटेड, शिव मंगल विनयम व वसंधुरा प्राइवेट लिमिटेड शामिल है. ईडी को रवि से जानकारी मिली है कि इन कंपनियों के जरिए पैसे रेस्टोरेंट व होटल में इनवेस्ट किए गए हैं.