नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने आज दिल्ली स्थित अपने कार्यालय में राहुल गांधी से पूछताछ शुरू कर दी है. अधिकारी के मुताबिक, ईडी के 3 वरिष्ठ अधिकारी फिलहाल कांग्रेस नेता से पूछताछ कर रहे हैं. इन वरिष्ठ अधिकारियों में दो सहायक निदेशक और एक उप निदेशक शामिल हैं. इससे पहले राहुल गांधी भारी पुलिस बल के बीच डॉ एपीजे अब्दुल कलाम रोड पर पर्यावरण भवन स्थित ईडी कार्यालय पहुंचे. उनके साथ उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा भी थीं, हालांकि उनके ईडी कार्यालय पहुंचने के कुछ मिनट बाद ही वह चली गई थीं. ईडी ने राहुल गांधी और पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को नेशनल हेराल्ड मामले में तलब किया था.

पुलिस की हिरासत में कांग्रेस नेता-कार्यकर्ता

कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज नेशनल हेराल्ड केस में प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश हुए हैं, तो दूसरी ओर तमाम कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. पुलिस बसों में बिठाकर सभी को स्थानीय थाने लेकर पहुंच रही है. कांग्रेस मुख्यालय और ईडी दफ्तर के बाहर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. वहीं क्षेत्र में पुलिस द्वारा धारा 144 लगाई गई है. राहुल गांधी अपनी बहन और पार्टी नेता प्रियंका गांधी संग कांग्रेस मुख्यालय से ED दफ्तर के लिए रवाना हुए और थोड़ी दूर तक ही वह पैदल मार्च निकाल सके. हालांकि पुलिस की बैरिकेडिंग के चलते उन्हें गाड़ी से रवाना होना पड़ा.

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सुरजेवाला, रजनी पाटिल, अशोक गहलोत हिरासत में लिए गए

ईडी दफ्तर के बाहर प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ता और नेता हिरासत में लिये जा चुके हैं. कांग्रेस नेता रजनी पाटिल, अखिलेश प्रसाद सिंह, एल हनुमंतैया और थिरुनावुक्‍करसर सु. को राहुल गांधी के समर्थन में प्रदर्शन के लिए मंदिर मार्ग पीएस में हिरासत में लिया गया. इससे पहले रणदीप सुरजेवाला, अधीर रंजन चौधरी, केसी वेणुगोपाल, दीपेंद्र सिंह हुड्डा, अशोक गहलोत को भी हिरासत में लिया गया.

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कई कांग्रेस कार्यकर्ता हिरासत में, सुरजेवाला ने केंद्र पर लगाया आरोप

कांग्रेस नेताओं ने पार्टी दफ्तर से ईडी के ऑफिस तक मार्च निकालने की योजना बनाई थी, जिसे पुलिस ने इजाजत नहीं दी. कांग्रेस नेताओं और कार्यकतार्ओं को हिरासत में लिए जाने पर रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि डरपोक मोदी सरकार ने हजारों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया.अंग्रेज भी पुलिस के पीछे छिपता था, मोदी सरकार भी पुलिस के पीछे छिपती है.” इसके अलावा तमाम अन्य नेता कांग्रेस मुख्यालय के बाहर धरने पर बैठे हैं. पुलिस फिलहाल तमाम कार्यकतोओं को तितर-बितर करने में जुटी हुई है, ताकि कानून-व्यवस्था बनी रहे. कांग्रेस मुख्यालय की ओर आने-जाने वाले सभी रास्ते बंद कर दिए गए हैं. तमाम जगहों पर बैरिकेड्स भी लगाए गए हैं.

गोवा कांग्रेस का प्रदर्शन

कांग्रेस गोवा इकाई ने नेशनल हेराल्ड मामले में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा राहुल गांधी को समन जारी करने को भाजपा की ‘प्रतिशोध की राजनीति’ करार देते हुए पणजी में विरोध प्रदर्शन किया. विपक्ष के नेता माइकल लोबो ने राज्य की राजधानी में ईडी कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन करते हुए कहा कि “भाजपा सरकार नेशनल हेराल्ड मामले में राहुल गांधी को तलब कर कांग्रेस के खिलाफ प्रतिशोध की राजनीति कर रही है. यह भारत के लोगों की आवाज को दबाने की कोशिश कर रहा है. हम दुनिया को दिखाना चाहते हैं कि वे हमें कैसे निशाना बना रहे हैं.” उन्होंने कहा कि न केवल कांग्रेस समर्थक बल्कि अन्य दलों के समर्थक भी भाजपा के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं.

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गोवा कांग्रेस ने लोकतंत्र पर हमला करार दिया

लोबो ने कहा कि यह लोकतंत्र पर हमला है. लोकतंत्र में प्रतिशोध की राजनीति के लिए कोई जगह नहीं है. भाजपा इस तरह की प्रतिशोध की राजनीति खेलकर महंगाई, बेरोजगारी और अन्य के मुद्दों को मोड़ने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा कि नेशनल हेराल्ड अखबार की शुरूआत स्वतंत्रता सेनानियों ने “स्वतंत्रता” के आंदोलन को आगे बढ़ाने के लिए की थी, हालांकि इस पुराने मामले को भाजपा ने कांग्रेस नेताओं पर निशाना साधने के लिए खोला है. लोबो ने कहा कि कांग्रेस ने कर्मचारियों के वेतन का भुगतान करने के लिए ऋण देकर नेशनल हेराल्ड की मदद की. जिस तरह से भाजपा प्रतिशोध की राजनीति कर रही है, लोग उनके खिलाफ एकजुट होंगे.