लखनऊ. भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान, अहमदाबाद द्वारा प्रदेश के प्रमुख विश्वविद्यालयों के छात्रों को उद्यमिता से जोड़ने व स्वरोजगार के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरूआत की है. ईडीआईआई के उत्तर क्षेत्रीय प्रभारी डॉ. अमित कुमार द्विवेदी ने बताया कि उद्यमिता को बढावा देने को ईडीआईआई ने कई विश्वविद्यालय के साथ एमओयू किया है. अब इन्हीं विश्वविद्यालयों के छात्रों के लिए यह कार्यक्रम किया जा रहा है.

इसमें डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय, लखनऊ, छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय, कानपुर, मदन मोहन प्रद्योगिकी विवि गोरखपुर, वीर बहादुर सिंह विवि, जौनपुर, महायोगी गोरखनाथ विवि गोरखपुर, दीन दयाल उपाध्याय विवि गोरखपुर और बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर विवि लखनऊ शामिल हैं. उन्होंने बताया कि इन विश्वविद्यालयों से लगभग 3000 छात्रों ने इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का हिस्सा बनने को आवेदन किया था. 08 जून को इस कर्यक्रम का पहला बैच प्रारंभ हो गया. यह प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रत्येक सप्ताह दो घंटे चल रहा है. जिसमें उद्यमिता से जुड़े हुए लोग ही व्याख्यान दे रहे हैं.

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पहला सेशन ‘एंट्रेप्रेन्योरशिप इकोसिस्टम’ विषय पर रहा. इनमें डॉ. अमित द्विवेदी ने छात्रों से संवाद किया. केंद्र व राज्य में उद्यमिता की परिस्थिति, सम्भावनाओं और चुनौतियों के बारे में जानकारी दी, जबकि दूसरे सेशन में ईडीआईआई स्थित टेक्नोलॉजी बिजनेस इंक्यूबेटर ‘क्रेडल’ के सीईओ कोस्तुभ दास ने छात्रों को स्टार्ट-अप फंडिंग के बारे बताया. इस दौरान केंद्र सरकार व राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारियां दी गई.

ईडीआईआई अहमदाबाद के महानिदेशक डॉ. सुनील शुक्ल ने कहा है कि यह सामूहिक प्रयास निश्चित ही उत्तर प्रदेश के युवाओं को उद्यमिता के संभावित क्षेत्रों में अवसर देगा. प्रशिक्षण ले रहे युवा भविष्य में रोजगार सृजन करेंगे और प्रदेश के सर्वांगीण विकास में सहयोगी बनेंगे. फिलहाल, नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने व छात्रों को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए ईडीआईआई द्वारा कई संस्थाओ के साथ जमीनी स्तर पर प्रयास किया जा रहा है.