भोपाल। बिहार में जन्में मध्य प्रदेश के पूर्व अध्यक्ष प्रभात झा का लंबी बीमारी के बाद आज 67 साल की उम्र में निधन हो गया। दिल्ली के मेदांता अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। देश के गृहमंत्री अमित शाह, प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव समेत राजनैतिक जगत के तमाम नेताओं ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है। प्रभात झा ने पत्रकार से अपने करियर की शुरुआत की थी। फिर उन्होंने राजनीति की दुनिया में कदम रखा और फिर कभी उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। वह अपने जीवनकाल में कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे हैं। आइये जानते हैं कैसा रहा उनका जीवन… 

जन्मभूमि बिहार से कर्मभूमि मध्य प्रदेश तक का सफर

प्रभात झा का जन्म 4 जून 1957 को बिहार में सीतामढ़ी (कोरियाही) में हुआ था। बिहार के होने के बावजूद उनकी गिनती मध्य प्रदेश के दिग्गज नेताओं में होती थी। वे परिवार के साथ मध्यप्रदेश के ग्वालियर आ गए थे। प्रारंभिक शिक्षा के बाद प्रभात झा ने ग्वालियर के पीजीवी कॉलेज से बीएससी, माधव कॉलेज से राजनीति शास्त्र में एमए और एमएलबी कॉलेज से एलएलबी की डिग्री ली। 

शादी के बाद उनके दो बेटे हुए। इसके बाद परिवार के जीवन यापन के लिए उन्होंने पत्रकारिता को चुना और ग्वालियर से संचालित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के दैनिक स्वदेश अखबार में काम करना शुरू किया। 

बीजेपी के मुखपत्र कमल संदेश के संपादक रहे 

प्रभात झा बीजेपी के मुखपत्र ‘कमल संदेश’ के संपादक भी रहे हैं। इस दौरान उन्होंने कई किताबें भी लिखी। उन्होंने 2005 में ‘शिल्पी’ (तीन खंडों में), 2008 में ‘जन गण मन’ (तीन खंडों में), 2008 में ही ‘अजातशत्रु – पं. दीनदयाल जी’, ‘संकल्प’, ‘अंत्योदय’, ‘समर्थ भारत’, ’21वीं सदी – भारत की सदी’, ‘चुनौतियां’ और ‘विकल्प’ पुस्तकें लिखीं. अगस्त 2009 में लोकसभा अध्यक्ष के नेतृत्व में संसदीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य के रूप में प्रभात झा ने ऑस्ट्रिया की यात्रा की थी। 

MP के अध्यक्ष से लेकर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष तक का सफर

साल 2007 में प्रभात झा को बीजेपी का राष्ट्रीय सचिव बनाया गया। इसके बाद अप्रैल 2008 में वे सांसद के रूप में राज्यसभा पहुंचे। इस दौरान 2008 में ही उन्हें ग्रामीण विकास संबंधी स्थायी समिति का सदस्य बनाया गया और अगस्त 2009 में वे संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी समिति के सदस्य बने। 

दिमागी बुखार के बाद अस्पताल में कराया गया था भर्ती

प्रभात झा को दिमागी बुखार के चलते न्यूरोलॉजिकल परेशानियां आ रही थी। जिसके चलते उनको कुछ दिन पहले भोपाल के बंसल अस्पताल में भर्ती किया गया था। यहां उनका हालचाल जानने के लिए मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा के कई नेता और मंत्री पहुंचे थे। उनकी हालत स्थिर न होने पर उन्हें एयरलिफ्ट कर दिल्ली शिफ्ट किया गया था। जहां उनका इलाज चल रहा था।

कल पैतृक गांव में होगा अंतिम संस्कार

प्रभात झा का अंतिन संस्कार कल 27 जुलाई को दोपहर 3 बजे उनके पुश्तैनी गांव कोरियाही में होगा। 

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