बीजापुर. विषयवार पदोन्नति के बाद भी पदोन्नत कई शिक्षक पूर्व संस्थाओं में बने हुए हैं, जबकी उन्हें पदोन्नत करते हुए नई संस्थाओं के लिए पदस्थापना आदेश जारी किया गया है, जहां विषयवार शिक्षक नहीं है. नतीजतन ऐसी दर्जनों संस्थाओं में बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है. इस संबंध में राज्य युवा आयोग सदस्य ने कलेक्टर से शिकायत की है.
अजय का कहना है कि जिले में कुछ शिक्षक पदोन्नति का लाभ लेने के बाद भी आश्रम अधीक्षक जैसे पदों पर काबिज हैं, जबकि विभाग की तरफ से उन्हें विषयवार शिक्षकों की कमी से जूझ रहे संस्थाओं में नवीन पदस्थापना के रूप में ज्वाइनिंग के आदेश दिए गए हैं, परंतु उक्त शिक्षकों द्वारा ज्वाइनिंग देकर पूर्व संस्थाओं में पूर्व पदों पर बने हुए हैं.
अजय के मुताबिक पोटाकेबिन और आश्रमों में अन्य वरिष्ठ एवं योग्य शिक्षक भी है, जिन्हें यह दायित्व सौंपा जा सकता है, लेकिन पदोन्नत शिक्षकों की हठधर्मिता के आगे विभाग भी सख्त नहीं है. इस मनमानी के चलते जिले के दर्जनों स्कूलों में जहां विषयवार शिक्षकांे की आवश्यकता है, बच्चों की पढ़ाई सत्र जारी होने के बाद भी शुरू नहीं हो पाई है. कलेक्टर से उन्होंने मांग की है कि इस विषय को गंभीरता से लेते हुए पदोन्नत किए गए शिक्षकों को भारमुक्त करते हुए नवीन पदस्थापना संस्थाओं में भेजे, जिससे बच्चों की पढ़ाई बाधित ना हो.
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