पुरुषोत्तम पात्र, गरियाबंद। सहायक व एलबी से प्रधान पाठक के लिए पदोन्नत की उलझी प्रकिया को आखिरकार शिक्षा विभाग ने सुलझा ही लिया. कथित फर्जी शिक्षकों की सूची व शिक्षक विहीन शालाओं की चुनौतियों के बीच 5 विकास खण्ड मे 418 प्रधान पाठक नियुक्त कर दिए गए हैं.

गरियबन्द जिले में नवम्बर माह से शुरू हुई जिला स्तरीय पदोन्नति प्रकिया कई दौर के प्रयासों के बाद आखिरकार नए डीईओ डीएस चौहान ने फाइनल सूची जारी कर दिया. जारी लिस्ट के मुताबिक, ब्लॉक के 5 ब्लॉक में 679 प्राथमिक व मिडिल स्कूल मौजूद हैं, जिसमें प्रधान पाठक के रिक्त पदों पर 418 को नियुक्त कर दिया गया है. डीईओ चौहान ने बताया कि पदोन्नति की फाइनल सूची विधिवत ब्लॉक स्तरों पर काउंसलिंग के बाद जारी किया गया है.

पदोन्नत की सूची में शामिल 173 के नाम को परिभ्रमण में रखा गया है, जिसमें मैनपुर ब्लॉक के उन 112 लोगों के नाम भी शामिल है, जिनकी नियोक्ति 2005 से 2007 के बीच हुई है. इन पर शुरू हुई विभागीय जांच अब तक पूरी नहीं होने के कारण इन नाम को जांच में रखा गया है. जांच पूरी होते ही नियुक्त होंगे. शिक्षाकर्मी से गुरुजी बने 61 लोगों के नाम भी परिभरमन में रखा गया है, जिन्हें जल्द ही पदोन्नत किया जाएगा.

शिक्षक विहीन का ऐसे निकाला रास्ता

पदोन्नत के राह में शिक्षक विहीन व एक शिक्षकीय शाला रोड़ा बन रहा थे, ऐसे स्कूलों की संख्या पहले 36 थी, जो पदोन्नति के बाद बढ़ कर 98 हो गई है. लेकिन प्रशासन ने इन्हें पदोन्नत कर मनचाहा स्कूलों में पदस्थ तो कर दिया है, लेकिन अपने पूर्व शालाओं से तब तक वे मुक्त नहीं होंगे, जब तक शासन स्तर पर रिक्त पदों की नियुक्त नहीं हो जाती.

देखिए प्रधान पाठकों की फाइनल सूची