केशव साहू, कसडोल। व्यक्तित्व के विकास में शिक्षा अति आवश्यक है, शिक्षा से ही हमें अच्छे-बुरे की समझ आती है. शिक्षित होने के बाद हमें अपने अधिकार एवं कर्तव्यों का बोध होता है, एवं संविधान एवं विधि का ज्ञान होता है. यह बात प्रथम श्रेणी मजिस्ट्रेट अनिता ध्रुव ने विधिक साक्षरता शिविर में कही.
इग्नाईट इंग्लिश मीडियम स्कूल में बाल विवाह पर आयोजित प्रतियोगिता में नगर के 5 स्कूलों के 18 विद्यार्थियों ने भाग लिया. प्रतियोगिता में मुख्य अतिथि प्रथम श्रेणी मजिस्ट्रेट अनिता ध्रुव ने की, अध्यक्षता पूर्व प्राचार्य केआर कैवर्त्य ने की. प्रतियोगिता में शामिल नगर के विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राओं ने अपने-अपने ढंग से बाल विवाह के पक्ष एवं विपक्ष में सारगर्भित तथ्य प्रस्तुत किए.
प्रतियोगिता में इंदिरा देवी गौरहा उमा विद्यालय के चेतन कुमार, फिरोज कुमार, सिद्धांत श्रीवास, प्रतीक सरस्वती उमा विद्यालय से कल्पना, काव्यांजलि घृतलहरे, रोशनी, अंजुलता, मिनीमाता उ मा वि से अर्चना साहू, गरिमा साहू, रीना यादव, अंजु सहिस प्रगति विद्यालय से ज्योति श्रीवास, ऋतिका क्षत्रिय गुरू घासीदास विद्यालय से आराधना, अनन्या, काजल डहरिया, लाडली वर्मा ने हिस्सा लिया.
इस अवसर पर सरस्वती विद्यालय से जेएल मिश्रा, संदीप नामदेव, मिनीमाता से जीडी मानिकपुरी, गुरू घासीदास से बीएस पैंकरा, मुकेश दिवाकर, प्रगति विद्यालय से शीला वर्मा विशेष रूप से उपस्थित थे. कार्यक्रम का संचालन इग्नाईट प्रभारी प्राचार्य संतोष वर्मा ने किया.