दीपक कौरव, नरसिंहपुर। मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर में विद्या का मंदिर कहे जाने वाले स्कूल की हालत देख आप भी हैरान रह जाएंगे। तेंदूखेड़ा नगर परिषद के शा.उ.मा विद्यालय की हालत कई सालों से जर्जर बनी हुई है। हैरत की बात तो ये है कि इस स्कूल के पास ही शिक्षा मंत्री रहते है। बावजूद इसके बच्चों को इस हालत में स्कूल में पढ़ाई करना पढ़ रहा है।

मामला नरसिंहपुर के तेंदूखेड़ा का है। जहां स्कूल में कहीं छप्पर नहीं है, तो कहीं स्कूल के छप्पर में लगी लकड़ी का मलगा टूटा हुआ है। जिसके कारण बारिश में इस छप्पर से पानी टपकने लगता है। स्कूल के प्रिंसिपल की माने तो यह स्कूल सन 1961 में बना था। इस स्कूल में तेंदूखेड़ा नगर सहित आसपास के लगे गांव के बच्चे पढ़ने आते हैं। जर्जर हालत में दिखाई दे रहे इस स्कूल की हर साल मरम्मत करवाई जाती है। तब जाकर बच्चे यहां बैठ पाते हैं। स्कूल शुरू होने से पहले बरसात में जीव जंतु भी आ जाते हैं। स्कूल के पास ही एक बरसती नाला है, जिससे बच्चों को परेशानी होती है।

बाहर पीने वाले पतियों से कहें शराब घर लाकर पिए: नशा मुक्ति अभियान में सामाजिक न्याय मंत्री ने पत्नियों को दी सलाह

मामले को लेकर स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप ने कहा, हम सीएम राइज स्कूल बना रहे है। एक नया भवन भी आवंटन किया है। बच्चों को किसी भी प्रकार की कोई तकलीफ न हो यही हमारा प्रयास है। वहीं स्थानीय विधायक ने भी समस्या के समाधान की बात करते हुए कहा कि, तेडुखेड़ा विधानसभा में सीएम राइज स्कूल बनाए जा रहे है। जितने स्कूल की हालत जर्जर है उनमें सुधार किया जाएगा।

बतादें कि, स्कूल सत्र शुरू हो गए हैं। जर्जर हालत में बना यह स्कूल नरसिंहपुर की उस विधानसभा का है जहां मध्य प्रदेश सरकार के शिक्षा मंत्री निवास करते हैं। बहरहाल उम्मीद है की खबर दिखाए जाने के बाद इस स्कूल की हालात सुधरेगी और बच्चों को एक अच्छे छप्पर के नीचे बैठने और पढ़ने को मिलेगा।

Follow the LALLURAM.COM MP channel on WhatsApp
https://whatsapp.com/channel/0029Va6fzuULSmbeNxuA9j0m