लखनऊ. उत्तर प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों में संस्कृत शिक्षकों को ऑनलाइन शिक्षण लेने का प्रशिक्षण दिया जाएगा. राज्य के सभी 75 जिलों के जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआईओएस) को इस विषय के 100 शिक्षकों को नामित करने के लिए कहा गया है, जिन्हें सरकार द्वारा प्रशिक्षण दिया जाएगा.
यह इस साल विधानसभा चुनाव से पहले जारी भारतीय जनता पार्टी के लोक कल्याण संकल्प पत्र-2022 में किए गए वादे का हिस्सा है. वादे के बाद, विषय शिक्षकों को मुफ्त संस्कृत प्रशिक्षण देना शुरू करने के लिए कदम उठाए गए हैं, जो छात्रों को मुफ्त ऑनलाइन संस्कृत प्रशिक्षण प्रदान करेंगे. सरकारी प्रवक्ता के अनुसार जिले के सभी शासकीय एवं शासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों के प्राचार्यो से संस्कृत विषय के सहायक अध्यापकों एवं व्याख्याताओं को नि:शुल्क ऑनलाइन शिक्षण देने का प्रशिक्षण दिया जाएगा.
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इनमें से 100 चयनित संस्कृत शिक्षकों को उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान, लखनऊ के विशेषज्ञों द्वारा पांच दिवसीय प्रशिक्षण दिया जाएगा. 2021 में, लगभग 500 सरकारी सहायता प्राप्त संस्कृत माध्यमिक विद्यालयों में 1,000 से अधिक रिक्त पदों के खिलाफ संविदा संस्कृत शिक्षकों के लिए एक राज्यव्यापी भर्ती प्रक्रिया शुरू की गई थी. योगी सरकार ने राज्य में संस्कृत भाषा सीखने को बढ़ावा देने और शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए संस्कृत शिक्षक भर्ती की घोषणा की थी.