अमित पांडेय, खैरागढ़. जिले में एक के बाद एक बदहाल शिक्षा व्यवस्था का मामले सामने आ रहा है. स्वामी आत्मानंद कन्या शाला में दसवी परीक्षा में नकल का मामला शांत हुआ नहीं कि रश्मि देवी महाविद्यालय में भी वार्षिक परीक्षा में नकल का मामला सामने आया है. दोनों मामलों में जांच का हवाला देकर जिम्मेदार मौन हैं. एक और ताजा मामला खैरागढ़ के आईआईटी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट से निकलकर सामने आया है.

आईआईटी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट के छात्रों ने सेंटर के डायरेक्टर राजेश देवांगन पर पैसे लेकर छात्रों को पास करने का आरोप लगाया है. इस मामले की शिकायत कलेक्टर से की है. छात्रों ने बताया, जो छात्र पैसा नहीं देते उनके साथ दुर्व्यवहार किया जाता है और उन्हें फेल भी कर दिया जाता है. इन मामलों में जिम्मेदार मौन हैं.

बता दें कि आईआईटी ग्रुप खैरागढ़ डॉ. सीवी रमन यूनिवर्सिटी से संबंधित संस्था है, जो स्थानीय रश्मि देवी नगर खैरागढ़ शहर में संचालित है. यहां छात्रो को डीसीए और पीजीडीसीए की रेगुलर क्लास दी जाती है. आज यहां के कुछ रेगुलर विद्यार्थी खैरागढ़ जिला कार्यालय पहुंचे और सेंटर के डायरेक्टर राजेश देवांगन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कलेक्टर से शिकायत की. छात्रो ने बताया कि राजेश देवांगन उन्हें परीक्षा में उत्तीर्ण करने के नाम पर पैसे की मांग करता है. पैसा नहीं जमा करने पर लेट फीस 500 रुपए की अतिरिक्त मांग करता है. इतना ही नहीं शिकायत करने की बात पर डायरेक्टर राजेश देवांगन कहते हैं कि उनका कलेक्टर मुख्यमंत्री कोई कुछ नहीं कर सकता. इस मामले में डायरेक्टर राजेश देवांगन का कहना है कि सारे आरोप झूठा है.

प्रशासन की कार्यशौली पर उठ रहे कई सवाल

पूरे मामले की लिखित शिकायत छात्रों ने कलेक्टर से की है, जहां उन्हें अपर कलेक्टर प्रेमकुमार पटेल ने जांच कर कार्रवाई करने की बात कही है. खैरागढ़ जिले से बार-बार शिक्षा विभाग से गंभीर शिकायतें आना प्रशासन की कार्यशैली पर कई सवाल खड़े करता है. इस लचर व्यवस्था का ज़िम्मेदार कौन है ? क्या शिक्षा विभाग के अधिकारी अपनी मौन सहमति से शिक्षा का व्यापार चला रहे हैं ? या बड़े रसूख़दार लोग अपनी शक्तिओं का नाजायज फायदा उठा रहे हैं ? ऐसे कई सवाल खैरागढ़ के शिक्षा विभाग पर आज खड़े हो रहे हैं. फिलहाल जांच का हवाला देकर जिम्मेदार मौन हैं. जिम्मेदारों का मौन कहीं छात्रों का भविष्य ना बिगाड़ दें इसलिए लल्लूराम डॉट कॉम लगातार इस मुद्दे को उठा रहा.

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