रायपुर. विधानसभा का मतदान होने के बाद भी निर्वाचन कार्य में लगे कर्मचारियों को मानदेय का भुगतान नहीं हुआ है. निर्वाचन कर्मचारियों को पिछले बार चुनाव के पहले नगद भुगतान हो जाता था, लेकिन इस बार नहीं हुआ है, जिसके चलते कर्मचारियों को भोजना व्यवस्था करने के लिए भटकना पड़ा. चुनावी ड्यूटी में लगे शिक्षाकर्मियों ने बताया कि दीपावली में बैंक खाते खाले हो गए थे, उनको नगद भुगतान होने की उम्मीद थी, लेकिन इस बार भुगतान नहीं किया, इस वजह से कर्मचारियों को भोजन के लिए भटकना पड़ा.

सांकेतिक फोटो

शिक्षाकर्मियों का कहना है कि विधानसभा का मतदान 20 नवंबर को हो गया, लेकिन आज 23 तारीख हो जाने के बाद भी मानदेय नहीं मिल पाया है. समय पर मानदेय भुगतान नहीं होने के कारण मतदान कार्य में लगे कर्मचारियों को अपने घर चलाने में परेशानी आ रही है. ऐन चुनाव के पहले तीन से चार बार प्रशिक्षण और दीपावली में खर्च के चलते बैंक खाता खाली हो चुका था. ऐसे में मतदान के दिन भारी परेशानी का सामना करना पड़ा.

नवीन शिक्षाकर्मी संघ के प्रदेश अध्यक्ष विकास सिंह राजपूत, उमा जाटव, गंगा पासी, बलविंदर कौर, गिरीश साहू, दुष्यंत कुम्भकार, अमित नामदेव, अजय कड़व, रूपेंद्र सिन्हा, मनोज चन्द्रा ने कहा कि इस विधानसभा चुनाव के पहले सभी चुनाव में मतदान कर्मियों को नगद भुगतान किया जाता था, जिससे मतदान कार्य में लगे कर्मियों को भोजन व्यवस्था के लिए राशि के लिए भटकना नहीं पड़ता था. संजीव मानिकपुरी, वेदप्रकाश साहू, रमन शर्मा, अनुभव तिवारी, हरिकांत अग्निहोत्री, सतीश टण्डन, राजेश शुक्ला, नरेश चौहान, अमित सरकार, लालमन पटेल सहित नवीन शिक्षाकर्मी संघ के समस्त पदाधिकारियों ने निर्वाचन आयोग से अपील की है कि शीघ्र ही निर्वाचन कार्य में लगे कर्मचारियों को मानदेय का भुगतान किया जाए व भविष्य में बैंक खाता में जमा करने के स्थान पर नगद भुगतान करने की मांग की है.