रायपुर। चेम्बर चुनाव में अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल करने वाले जीवत बजाज ने चेम्बर से मोहभंग होने की बात कहते हुए कैट का दामन थाम लिया है. कैट ने जीवत बजाज का सम्मान करते हुए वाइस चेयरमैन नियुक्त किया है. चेंबर ऑफ कामर्स के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश वासवानी ने जीवत बजाज के इस कदम को ड्रामेबाजी करार देते हुए कहा कि उन्हें बताना चाहिए कि भाजपा के किस शख्स ने नामांकन वापस लेने के लिए दबाव डाला था. और उन्हें चेंबर में पद का आश्वासन दिया था.

जीवत बजाज ने कहा था कि चेंबर के पदाधिकारी और भाजपा नेता के दबाव के बीच अध्यक्ष पद के लिए दाखिल नामांकन को वापस लिया था, जिसके बाद चेम्बर अध्यक्ष पद पर सतीश थोरानी निर्विरोध निर्वाचित हुए. उस दौरान जीवत बजाज को चेम्बर में सम्मान जनक पद देने का वायदा किया गया था. लेकिन यह वायदा पूरा नहीं किया गया, जिससे नाराज होकर उन्होंने कैट का दामन थामा.
छत्तीसगढ़ प्लास्टिक निर्माता एवं विक्रता सेब से जुड़े होने के साथ ही वे सिंधी समाज का प्रतिनिधित्व करते है. प्रदेश में कैट को और मजबूत करने तथा व्यापार में सिंधी समाज की बड़ी संख्या को देखते हुए कैट के राष्ट्रीय वाइस उपाध्यक्ष अमर पारवानी ने उन्हें अपनी टीम में शामिल किया है. चैंबर में सर्वाधिक सदस्य सिंधी समाज के सदस्य है. बताया जाता है कि भविष्य की रणनीति को देखते हुए यह फैसला लिया गया है.
पद हारने के डर से लिया नाम वापस – राजेश वासवानी
चेंबर के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश वासवानी ने कहा कि जब जीवत को लगा कि अध्यक्ष पद का चुनाव हार जाउंगा तो उन्होंने नाम वापस ले लिया था. रहा सवाल चेंबर में पद देने के आश्वासन का तो क्या कहीं ऐसा होता है? यह पूरी कवायद चेंबर ऑफ कामर्स की छवि को खराब करने की है. कैट में केवल जय व्यापार पैनल का हिस्सा रहे अमर परवानी से जुड़े लोगों को ही स्थान दिया जा रहा है.
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