पुरषोत्तम पात्र, गरियाबंद। LALLURAM.COM की खबर का बड़ा असर हुआ है. स्कूलों में लापरवाही पर दो BEO को शो-कॉज नोटिस जारी हुआ है. वहीं गोलबाज स्कूल शिक्षक को निलंबित कर दिया गया है. DEO ने कार्रवाई की है. वहीं प्रधान पाठक पर भी कार्रवाई की तलवार लटकी है. खबर के बाद बीईओ के जांच में बड़ा खुलासा हुआ है. गोलबाज शिक्षक ही नहीं, बल्कि प्रधान पाठक भी गोल मारते हैं. जाति प्रमाण पत्र के लिए भी पैसे लिए गए हैं, लेकिन बीईओ के जांच प्रतिवेदन में केवल सुनील राजपूत पर कार्रवाई की अनुशंसा की गई.
मैनपुर के गरीबा में पद्स्थ सहायक शिक्षक सुनील राजपूत के स्कूल में लंबी अनुपस्थिति के हमारे खुलासे पर सरकारी मुहर लग गई है. आज सुबह से मैनपुर बीईओ सी एस मिश्रा, एबीओ यशवंत बघेल, बीआरसीसी शिव कुमार नागे के साथ मामले की जांच में सुबह 9:30 बजे पहुंच गए. पहुंचते ही स्कूल की दुर्दशा अफसरों के समाने आ गई.
स्कूल खुल गए थे, लेकिन पदस्थ तीनों शिक्षक नहीं थे
बारिश की वजह से नियमित आने वाले शिक्षक महेश ध्रुव 10 मिनट विलंब पहुंचे. इसलिए जांच अफसरों ने ही प्रार्थना शुरू कर बच्चों को स्कूल में बिठाया. प्रधान पाठक संत राम डोंगरे और सुनील राजपूत आज भी नदारद मिले.
पालक बोले आज तक नहीं देखे स्कूल में
दिनाचंद मरकाम का कथन लिया, जिसमे उन्होंने बताया की सुनील राजपूत को हमने आज तक नहीं देखा. प्रधान पाठक संत राम भी कम आते हैं. बच्चों ने भी कहा कि गुरुजी कभी कभार आते हैं ओर दस्तखत कर के चले जाते हैं. कुछ छात्रों को गणवेश पुस्तक भी नहीं मिलने की बात बताई. जांच टीम में शामिल बीआरसीसी भी उस समय हैरान रह गए, जब उन्होंने शिक्षक उपस्थिति पंजी में 26 जून को शिक्षकों की उपस्थिति देखी, क्योंकि नागे के निरीक्षण में 26 जून को स्कूल बंद मिला था.
जाति प्रमाण पत्र के बदले प्रधान पाठक ले लिए पैसे_
पालक हेमलाल बैरागी ने अपने लिखित बयान में बताया की जाति प्रमाण पत्र बनाने प्रधान पाठक ने 1500 रुपए ले लिए. पालक बंशी लाल ने भी अपने बयान में कहा कि पढ़ने वाले दो बच्चो के जाती प्रमाण पत्र के लिए प्रधान पाठक ने 4 हजार की मांग किया. रुपए देने में असमर्थ होने के कारण केवल 500 दिया गया, जिसके कारण आज तक उसके बच्चों का प्रमाण पत्र नहीं मिला. जांच में आए तथ्य इस बात का प्रमाण है कि दूरस्थ अंचल में निशुल्क योजनाओं के बदले किस तरह गरीब आदिवासी रुपए का भुगतान कर रहे हैं.
वहीं मामले में मैनपुर बीईओ सीएस मिश्रा ने कहा कि सुनील राजपुत की लंबी अनुपस्थिति और लापरवाही पाई गई है. कार्रवाई के लिए प्रतिवेदन डीईओ को भेज दिया गया है. अन्य जो बातें सामने आई हैं. अधिकारियों को अवगत करा कर मार्गदर्शन लेने के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.
छुरा और मैनपुर बीईओ को शो-कॉज नोटिस
मामले में डीईओ डी एस चौहान ने कहा कि छुरा और मैनपुर बीईओ को शो-कॉज नोटिस जारी करने के साथ ही जांच करने कहा है. प्रतिवेदन आते ही कार्रवाई की जाएगी.
Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक