बिलासुपर। छत्तीसगढ़ राज्य वक्फ बोर्ड द्वारा प्रेस विज्ञप्ति जारी की गई है, जिसमें यह स्पष्ट रूप से कहा गया है कि त्यौहार सादगी से मनाया जाएगा । कोई भी सार्वजनिक कार्यक्रम नहीं होंगे, ईदगाहों में नमाज़ नही होगी। बेवजह घूमने वालों पर कार्यवाही की जाएगी। कुर्बानी घरों पर ही की जाएगी। लोगों के घरों से निकलने पर प्रतिबंध है.
तबलीग़ी जमात के सदस्यों ने बताया कि अपील जारी करने का मकसद यह है की वक्फ बोर्ड ने जो एडवाइजरी जारी की थी उसमें कुछ भ्रम (कन्फ्यूजन) था कुछ लोगों का कहना था कि मस्जिद में ही सभी लोग मिलकर ईद की नमाज पढ़ेंगे, मगर ऐसा नहीं है. ईदगाहों में नमाज़ नही होगी बेवजह घूमने वालों पर कार्यवाही की जाएगी। कुर्बानी घरों पर ही की जाएगी। लोगों के घरों से निकलने पर प्रतिबंध है. लोगों से सादगी के साथ ईद मानाने की तबलीग जमात की तरफ से यह अपील जारी की गई है.
लॉक डाउन का उल्लघन न हो, इसका यही अर्थ है कि लोग ईदुल फितर की भांति घरों पर ही नमाज़ अदा करेंगे। मस्जिदों में मुतवल्ली समेत अधिकतम पांच व्यक्त्यिों को ही नमाज़ अदा करने की इजाज़त होगी। कुछ व्यक्त्यिों द्वारा शांति व्यवस्था व सामाजिक सौहार्द को भंग करने के उद्देश्य से गलत ढंग से व्याख्या की जा रही है। निश्चित रूप से ऐसे व्यक्ति सामाजिक सौहार्द व लोक स्वास्थ्य के प्रति गंभीर नहीं है.
कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने हेतु तब्लीग जमात, जिला व पुलिस प्रशासन, सभी धर्मावलंबियो से यह अपील करती है कि लॉक डाउन (कन्टेनमेट) के निर्देशों का कड़ाई से पालन कर अपने घरों में रहते हुए शांतिपूर्ण व सुरक्षित ढंग से त्यौहार मनायें, स्वयं भी कोरोना के संक्रमण से बचें व संक्रमण फैलने से रोकने में भी मदद करें। एवं सभी मस्ज्दि की कमेटियों से गुज़ारिश है कि लॉक डाउन के नियमों का पालन करना सुनिश्चित करें।