नई दिल्ली . गणतंत्र दिवस परेड के साथ-साथ फ्लाईपास्ट में भी इस बार नारी शक्ति की जोरदार झलक दिखेगी. गणतंत्र दिवस के फ्लाई-पास्ट में भारतीय एयरफोर्स के 51 एयरक्राफ्ट शामिल होंगे. इनमें 29 फाइटर प्लेन, 7 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट, 9 हेलिकॉप्टर और एक हेरिटेज एयरक्राफ्ट शामिल होगा. इन्हें 6 अलग-अलग बेस से ऑपरेट किया जाएगा. इस दौरान आठ महिला पायलट मिग, सुखोई जैसे विमानों को उड़ाती नजर आएंगी. गणतंत्र दिवस परेड में पहली बार इतनी संख्या में महिला पायलट फ्लाईपास्ट में भाग ले रही हैं.

वायुसेना के अनुसार, परेड में हिस्सा लेने वाले 45 विमानों में 29 लड़ाकू विमान होंगे. इनमें तेजस, राफेल, सुखोई, मिग-29 शामिल होंगे. इसके साथ ही नौ हेलीकॉप्टर, सात परिवहन विमान और एक हैरिटेज विमान भी होगा. विमान छह वायुसेना अड्डों से उड़ान भरेंगे. वायुसेना ने कहा कि तीन सुखोई-30 विमान फ्लाई पास्ट में त्रिशूल की आकृति बनाएंगे. इनमें से एक विमान को फ्लाइट पायलट आरती तोमर उड़ाएंगी. इसी प्रकार मिग-29 लड़ाकू विमान बाज की आकृति में उड़ान भरेंगे. इनमें से एक विमान को फ्लाइट लेफ्टिनेंट पुन्या ननजप्पा उड़ाएंगी. परिवहन विमान ड्रोनियर, सी-17 और सी-130 को भी महिला पायलट उड़ाएंगी.

गणतंत्र दिवस की परेड के दौरान 16 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों और 9 मंत्रालयों और विभागों की 25 झांकियां शामिल होंगी. इन राज्यों में अरुणाचल प्रदेश, हरियाणा, मणिपुर, मध्य प्रदेश, ओडिशा, छत्तीसगढ़, राजस्थान, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, लद्दाख, तमिलनाडु, गुजरात, मेघालय, झारखंड, उत्तर प्रदेश और तेलंगाना का नाम है.

इनके अलावा गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, एविएशन और जलमार्ग मंत्रालय, संस्कृति मंत्रालय, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO), वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान केंद्र (CSIR), निर्वाचन आयोग और केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (CPWD) मंत्रालय की झांकियां नजर आएंगी.

ISRO की झांकी में चंद्रयान-3 सबसे प्रमुख हाई लाइट होगी. इस झांकी में चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग, चंद्रमा के साउथ पोल पर उसकी सफल लैंडिंग और चंद्रयान-3 के लैंडिंग पॉइंट ‘शिव शक्ति पॉइंट’ को भी दिखाया जाएगा.

उत्तर प्रदेश की झांकी में सबसे आगे भगवान राम होंगे. 22 जनवरी को राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद इस झांकी का महत्व बढ़ गया है. इसके अलावा इस झांकी में मेरठ रैपिड रेल और ब्रह्मोस मिसाइल को शामिल किया गया है, क्योंकि उत्तर प्रदेश सरकार नेक्स्ट जेनरेशन ब्रह्मोस मिसाइल की मैन्युफैक्चरिंग के लिए राज्य में एक प्लांट डेवलप कर रही है.