मुकेश मेहता, बुधनी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के जरिए देश भर में करोड़ों की संख्या में पौधारोपण करने का सपना देखा था। मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने भी रिकॉर्ड तोड़ पौधे लगवाए। लेकिन यहां अधिकारियों ने उनके ड्रीम प्रोजेक्ट की धज्जियां उड़ा दी। बड़ी संख्या में कचरे के ढेर में सागौन के पौधे फेंके गए हैं। इसकी शर्मनाक तस्वीर से अधिकारियों की हकीकत सामने आई है जिससे पता चलता है कि वे सिर्फ कैमरे के सामने रिकॉर्ड बनाने के लिए पौधारोपण करवा रहे हैं। लेकिन कैमरा बंद होते ही उनकी देखभाल करने के लिए कोई नहीं होता। 

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दरअसल रेहटी के ट्रेचिंग ग्राउंड के कचरे में (ठोस अपशिष्ट प्रसंस्करण केंद्र जहां नगर का कचरा फेंका जाता है ) “300 से ज्यादा जिंदा सागौन के पौधे” फेंके गए हैं। इस बात की जानकारी न तो रेहटी नगर परिषद और न ही वन विभाग को है। दोनों जगह जब पूछताछ की गई तो दोनों विभाग ने इससे पल्ला झाड़ लिया। इस बारे में सीएमओ ने कहा कि हमें सागौन के पौधे की क्या जरूरत। वही रेंजर ने कहा कि हमारे विभाग के पौधे ही नहीं है। 

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ऐसे में यह सवाल उठना लाजमी है कि नगर परिषद के जिस ट्रेचिंग ग्राउंड में उनके कर्मचारी मौजूद रहते हैं, वहां पर इतनी बड़ी संख्या में पौधे फेंके गए, लेकिन इसकी जानकारी किसी को भी नहीं है। 

बता दें कि “पेड़ मां के नाम” अभियान के तहत इंदौर में पौधारोपण का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया गया है। लेकिन लगाए पौधों में से कितनों की देखभाल होती है, कितने बड़े होकर पेड़ बनेंगे, यह देखने वाली बात होगी।  

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