ढाका। नए साल की शुरुआत के साथ बांग्लादेश में आम चुनाव होने जा रहे हैं. 7 जनवरी को होने वाले चुनाव के लिए प्रचार थम चुका है. मुख्य विपक्षी दल बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के चुनाव के बहिष्कार की वजह से पीएम शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग की जीत निश्चित नजर आ रही है. इसे भी पढ़ें : गजब हाल है!, रणजी ट्राफी का मैच खेलने मैदान में उतर गई बिहार की दो टीमें…

बांग्लादेश इलेक्शन कमीशन के मुताबिक, इस बूार इलेक्शन में 42,000 से ज्यादा वोटिंग सेंटरों पर रविवार, 7 जनवरी को होने वाले वोटिंग में टोटल 11.96 करोड़ वोटर्स अपने मत का प्रयोग करेंगे. इलेक्शन में 27 राजनीतिक दलों के 1,500 से ज्यादा कैंडिडेट्स चुनावी मैदान में हैं. वहीं, 100 से ज्यादा विदेशी पर्यवेक्षक 12वें आम चुनाव की निगरानी रखेंगे. खास बात यह है कि इस बार भारत के तीन पर्यवेक्षक भी निगरानी में हैं.

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यह इलेक्शन कड़ी सिक्योरिटी के बीच कराया जा रहा है. इलेक्शन कमीशन ने कहा कि उसे आठ जनवरी की सुबह से नतीजे आने की उम्मीद है. पीएम शेख हसीना की सत्तारूढ़ आवामी लीग के लगातार चौथी बार जीतने की भी उम्मीद है, क्योंकि पूर्व पीएम खालिदा जिया की पार्टी बीएनपी ने इलेक्शन का बहिष्कार कर दिया है. खालिदा भ्रष्टाचार के इल्जामों में दोषी ठहराए गई हैं, जिसके बाद से वे घर में नजरबंद हैं.

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2009 से सत्ता में हैं शेख हसीना

बता दें कि शेख हसीना साल 2009 से सत्ता में हैं. उन्होंने आखिरी इलेक्शन दिसंबर 2019 में जीता था. इस इलेक्शन में जानलेवा हिंसा हुई थी, इसके साथ धांधली के भी आरोप लगे थे. बीएनपी ने इससे पहले साल 2014 में भी इलेक्शन का बहिष्कार किया था. हालांकि, साल 2019 के इलेक्शन में हिस्सा लिया था.