Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियां धीरे-धीरे अब अपने अंतिम चरण में पहुंच रही हैं। निर्वाचन विभाग ने इस बार के चुनाव को निष्पक्ष और सुचारू रूप से कराने के लिए बड़े पैमाने पर व्यवस्थाएं की है। जानकारी के अनुसार, आगामी चुनाव में करीब 5.5 लाख मतदान कर्मियों की तैनाती की जाएगी। ये कर्मी पूरे राज्य में बनाए जा रहे 90,712 से अधिक मतदान केंद्रों पर ड्यूटी देंगे।

पिछली बार से 13 हजार अधिक मतदान केंद्र

निर्वाचन विभाग के मुताबिक, पिछले विधानसभा चुनाव में करीब 78,000 मतदान केंद्र बनाए गए थे। लेकिन इस बार प्रत्येक केंद्र पर अधिकतम 1200 मतदाताओं की सीमा तय कर दी गई है। इसके चलते मतदान केंद्रों की संख्या बढ़कर 90 हजार से ज्यादा हो गई है। स्वाभाविक रूप से कर्मियों की संख्या में भी बड़ी बढ़ोतरी करनी पड़ी है।

तैयार हो रही कर्मियों की सूची

मतदान कार्यों के लिए आवश्यक कर्मियों की सूची जिलाधिकारियों की देखरेख में तैयार की जा रही है। निर्वाचन विभाग का लक्ष्य है कि सितंबर के अंत तक पूरी प्रक्रिया पूरी कर ली जाए। सूची तैयार होने के बाद कंप्यूटर आधारित डाटाबेस बनाया जाएगा और रैंडमाइजेशन प्रक्रिया के तहत कर्मियों की तैनाती की जाएगी।

तीन चरणों में होगा प्रशिक्षण

चुनाव ड्यूटी पर तैनात किए जाने वाले कर्मियों को मतदान प्रक्रिया की बारीकियों से परिचित कराने के लिए तीन चरणों में प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसमें ईवीएम और वीवीपैट मशीनों के संचालन, चुनावी दस्तावेजों के संधारण और अन्य जरूरी प्रक्रियाओं की जानकारी शामिल होगी। इसके लिए राज्य मुख्यालय स्तर पर मास्टर ट्रेनरों की भी नियुक्ति की जा रही है।

एक केंद्र पर चार अधिकारी अनिवार्य

निर्वाचन विभाग ने तय किया है कि प्रत्येक मतदान केंद्र पर कम से कम एक पीठासीन पदाधिकारी और तीन पोलिंग अफसर तैनात रहेंगे। इसके अलावा, कुछ कर्मियों को माइक्रो ऑब्जर्वर और सेक्टर मजिस्ट्रेट की जिम्मेदारी दी जाएगी। बड़ी संख्या में कर्मियों को रिजर्व में भी रखा जाएगा, ताकि किसी आकस्मिक स्थिति में उनका इस्तेमाल किया जा सके।

केंद्र और राज्य कर्मियों की संयुक्त भागीदारी

मतदान ड्यूटी में सिर्फ राज्य सरकार के कर्मचारी ही नहीं, बल्कि केंद्र सरकार के विभिन्न दफ्तरों और इकाइयों के कर्मी भी शामिल होंगे। जिला निर्वाचन पदाधिकारियों ने इसके लिए संबंधित कार्यालयों से कर्मचारियों की सूची मांगी है। इन्हीं सूचियों के आधार पर तैनाती की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।

सुरक्षा व्यवस्था भी सख्त

चुनाव के दौरान सुरक्षा पर भी खास जोर दिया जा रहा है। बिहार पुलिस मुख्यालय ने केंद्रीय बलों की आवश्यकता का आकलन कर रिपोर्ट गृह मंत्रालय को भेज दी है। इसके अलावा, राज्य पुलिस बल की भी पर्याप्त तैनाती सुनिश्चित की जाएगी।

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