कुंदन कुमार, पटना। बिहार में मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान तेजी से चल रहा है। इस दौरान दस्तावेज़ों की जांच की जा रही है और बड़ी संख्या में लोगों को नोटिस जारी किया गया है। निर्वाचन विभाग ने स्पष्ट किया है कि जिन लोगों के पास जरूरी दस्तावेज़ नहीं होंगे, उनके नाम मतदाता सूची से हटा दिए जाएंगे।

30 सितंबर को जारी होगी अंतिम सूची

नोटिस का जवाब देने की आखिरी तारीख 25 सितंबर तय की गई है। इसके बाद अगले 5 दिनों में मतदाता सूची को जिला और राज्य स्तर पर कंपाइल किया जाएगा और 30 सितंबर को अंतिम सूची प्रकाशित कर दी जाएगी।

निर्वाचन विभाग के मुताबिक, सबसे अधिक नोटिस किशनगंज, अररिया और मधुबनी जिलों के मतदाताओं को दिए गए हैं। इनकी संख्या एक लाख से ज्यादा है। दरअसल, इन मतदाताओं ने गणना प्रपत्र के साथ निर्धारित 11 दस्तावेजों में से कोई भी प्रमाण पत्र जमा नहीं किया था।

तो कट जाएगा इन लोगों का नाम

सुप्रीम कोर्ट द्वारा आधार कार्ड को 12वें वैकल्पिक दस्तावेज़ के रूप में मान्यता देने के बाद कई लोगों ने आधार जमा किया है। लेकिन हाल की जांच में ऐसे कई मतदाता पाए गए हैं, जो नेपाल के नागरिक निकले। ऐसे में निर्वाचन विभाग ने सभी नोटिसधारियों से 25 सितंबर तक आवश्यक दस्तावेज़ जमा करने की सख्त हिदायत दी है। तय समय सीमा में दस्तावेज़ उपलब्ध नहीं कराने वालों के नाम मतदाता सूची से काट दिए जाएंगे।

जल्द होगा चुनाव का ऐलान

खबर है कि भारत निर्वाचन आयोग की टीम जिसमें मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार भी शामिल हैं, अगले सप्ताह बिहार का दौरा कर सकती है। ऐसे में माना जा रहा है कि इस दौरे के साथ ही बिहार में चुनाव की उलटी गिनती शुरू हो जाएगी। अनुमान है कि बिहार में विधानसभा चुनाव कार्यक्रम दशहरा (2 अक्टूबर) और दिवाली (19 अक्टूबर) के बीच घोषित हो सकता है।

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