नई दिल्ली। चार राज्य और एक केंद्र शासित प्रदेश में हुए चुनाव में जीत हासिल करने के बाद उत्साह और उमंग से भरे राजनीतिक दल के कार्यकर्ता कोरोना गाइड लाइन को एक तरह से भूल गए हैं. स्थिति को देखते हुए चुनाव आयोग ने पाचों राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखकर ऐसे मामलों में एफआईआर दर्ज करते हुए संबंधित पुलिस थाने के एसएचओ को निलंबित कर कार्रवाई की जानकारी तत्काल देने के लिए निर्देशित किया है.
चुनाव में मिली जीत के बाद सबसे ज्यादा उत्साह में बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता नजर आ रहे हैं, जहां पार्टी कार्यालय के बाहर जहां एक-दूसरे को गुलाल लगाकर खुशी मना रहे हैं, वहीं दूसरी ओर जुलूस की शक्ल में घूम रहे तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने भाजपा कार्यालय में प्रवेश करने की कोशिश की. इलेक्ट्रानिक मीडिया के अलावा अन्य माध्यमों से मिली रही जानकारी को ध्यान में रखते हुए चुनाव आयोग ने पांचों राज्यों के मुख्य सचिव तो पत्र लिखा है. आयोग ने प्रतिबंध लगाए जाने के बाद भी जुलूस निकाले जाने पर पार्टी कार्यकर्ताओं पर एफआईआर दर्ज करने के साथ संबंधित पुलिस थाने के प्रभारी को निलंबित करने को कहा है.
बता दें कि चुनाव आयोग ने 27 अप्रैल को आदेश जारी कर 2 मई को परिणाम आने के बाद तमाम तरह के विजय जुलूस पर प्रतिबंध लगा दिया था. आयोग ने अपने आदेश में देश में कोविड-19 के बढ़ते असर को देखते हुए अगस्त 2020 में जारी कोरोना गाइडलाइन को मतगणना की प्रक्रिया को और कड़ा कर दिया था.